- शनिवार को चोरी हुई थी एसपी हरदोई राजीव मल्होत्रा की गाड़ी

- प्रदेश भर में अलर्ट, आईजी लखनऊ को जांच के आदेश, डीआईजी ने बनायीं टीमें

LUCKNOW :शनिवार की सुबह राजधानी से चोरी हुई 'लापरवाह' एसपी हरदोई राजीव मल्होत्रा की गाड़ी खोजने के लिए जहां प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया गया तो वहीं आतंकी इन्वॉल्मेंट की आशंका के जरिए एंटी टेररिस्ट एक्वायड (एटीएस) को भी इस काम में लगाया गया है। वहीं गाड़ी चोरी की घटना से एसपी मल्होत्रा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं। मसलन जब तैनाती हरदोई में है तो गाड़ी राजधानी कैसे पहुंची। इसकी जांच के आदेश एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने आईजी लखनऊ ए सतीश गणेश को दिये हैं। साथ ही एसपी हरदोई से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

डीआईजी लखनऊ ने टीमें

एडीजी ने पुलिस कंट्रोल रूम से सभी जिलों को पुलिस की सरकारी कार चोरी के मामले में अलर्ट करने के आदेश भी दिये हैं। वहीं डीआईजी प्रवीण कुमार ने चोरी गयी गाड़ी रिकवर करने के लिए तीन टीमें बनायी हैं और 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। गाड़ी में पुलिस डिपार्टमेंट का रेडियो सिस्टम (वायरलेस) भी लगा था।

खड़े हुए गंभीर सवाल

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने आईजी जोन लखनऊ को निर्देश दिया है कि वह गाड़ी चोरी की जांच और उसे रिकवर कराने के साथ इस बात की भी जांच की जाए कि एसपी हरदोई क्या उस दिन लखनऊ में थे? अगर थे तो किससे परमीशन लेकर आये थे? और नहीं थे तो गाड़ी कैसे पहुंची? मालूम हो कि राजीव मल्होत्रा का परिवार शालीमार अपार्टमेंट के एक आलीशान फ्लैट में रहता है। राजीव मल्होत्रा इससे पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं। फतेहपुर और बलरामपुर से लापरवाही के कारण उन्हें हटाया गया था, लेकिन हरदोई में उन्हें दोबारा चार्ज दे दिया गया।

हर पहलू पर हो रही है जांच

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने बताया कि कि पठानकोट में सेना के बेस पर हुए हमले से पहले भी पुलिस की गाड़ी लूटी गयी थी। इस लिए हर पहलुओं को देखते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है और जांच की जा रही है।

वायरलेस सेट को लेकर चिंता

पुलिस कप्तान की गाड़ी में वायरलेस सेट भी लगा है। ऐसे में बदमाश वायरलेस सेट का गलत इस्तेमाल न हो इसको लेकर भी पुलिस चिंतित है। क्योंकि वायरलेस पर कई बार गोपनीय जानकारी और पुलिस कर्मियों को निर्देश दिये जाते हैं। ऐसे में फ्रिक्वेंसी का गलत इस्तेमाल ना हो पुलिस के लिए यह भी चिंता का बड़ा कारण है। एडीजी एलओ ने बताया कि वायरलेस सेट की फ्रिक्वेंसी को रिमोट सिस्टम से सेट पर ऑपरेट नहीं किया जा सकता। ऐसे में जब तक सेट उपलब्ध नहीं होगा तब तक उसकी फ्रिक्वेंसी को बंद नहीं किया जा सकता।

'लखनऊ बनने के लिए भेजा था गाड़ी'

एसपी हरदोई राजीव मल्होत्रा का कहना है कि यह यह टाटा सूमो हाल ही में हरदोई पुलिस लाइन को मिली है। इसमें जर्क की प्रॉब्लम आ रही थी। जिसे बनने के लिए लखनऊ भेजा था। तीन नवंबर को लखनऊ पहुंची थी लेकिन रथ यात्रा के कारण वहां रश ज्यादा था। इस वजह से उस दिन बन नहीं पायी। ड्राइवर ने लखनऊ स्थित मेरे आवास वाले अपार्टमेंट की पार्किंग में लॉक कर खड़ी कर दी थी। पांच नवंबर को जब ड्राइवर गाड़ी सर्विस में देने के लिए लेने आया तो गाड़ी नदारद थी जिसके बाद पुि1लस को सूचना दी गयी।

विवादों से रहा है पुराना नाता

हरदोई में एसपी के रूप में तैनात राजीव मल्होत्रा का विवादों से पुराना नाता रहा है। फतेहपुर में पोस्टिंग के दौरान संप्रदायिक हिंसा के बाद मौके पर पहुंचने में देर हुई थी। डीजीपी के आदेश पर उनसे पहले कानपुर के एसएसपी रहे शलभ माथुर पहुंच गये थे। कुछ ही दिन उन्हें फतेहपुर से हटा दिया गया था। बाद में बलरामपुर में पोस्टिंग दे दी गयी। यहां भी संप्रदायिक घटना के बाद उन्हें हटा दिया गया था। इस बार जुगाड़ के बल पर वह हरदोई में पोस्टिंग पा गये।

कोट

चोरी हुई टाटा सूमो हरदोई पुलिस को दी गयी थी। गाड़ी के चोरी होने और गाड़ी लखनऊ कैसे पहुंची इसकी जांच के आदेश दिये गये हैं। एसपी हरदोई से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। आईजी लखनऊ को डिटेल जांच के लिए कहा है।

दलजीत सिंह चौधरी

एडीजी लॉ एंड आर्डर।

कोट

आसपास के जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है

प्रवीण कुमार, डीआईजी, लखनऊ