- शस्त्र लाइसेंस के अप्लीकेशन फॉर्म में हर अप्लीकेंट से लिए गए थे 750 रुपए

- 500 रायफल क्लब और 250 था कुष्ठ आश्रम शुल्क

GORAKHPUR: फर्जी दस्तावेज तैयार कर शस्त्र लाइसेंस से लगाए पिस्टल और रिवॉल्वर की खरीद-फरोख्त की जांच जहां अब शासन स्तर पर पहुंच गई है। वहीं पांच हजार शस्त्र अप्लीकेंट्स से वसूले गए कुष्ठ आश्रम शुल्क की जांच कौन करेगा? ये सवाल भी उठने लगे हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर जहां शस्त्र विभाग ने 500 रुपए रायफल क्लब शुल्क और 250 रुपए कुष्ठ आश्रम शुल्क के रूप में वसूले गए थे। इस तरह कुष्ठ आश्रम के नाम पर करीब साढ़े बारह लाख रुपए की वसूली की गई है। लेकिन ये पैसे इन पैसों की जांच कौन करेगा, इस पर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जबकि मामले में शासन ने डीएम को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।

वसूला चार्ज, रिकॉर्ड का पता नहीं

बता दें, कई साल तक शस्त्र लाइसेंस पर रोक लगने के बाद जब आवेदन प्रक्रिया 11 दिसंबर 2018 से स्टार्ट हुई तो अप्लीकेंट्स की भरमार लग गई थी। अप्लीकेंट्स में सबसे ज्यादा गोरखपुर के युवा हैं। इस तरह कुल पांच हजार अप्लीकेंट्स ने अप्लाई किया है। इन लोगों से 750 रुपए चार्ज वसूला गया। जिसमें 500 रुपए रायफल क्लब शुल्क व 250 रुपए कुष्ठ रोगियों के इलाज में दान के रूप में कुष्ठ आश्रम शुल्क के नाम पर वसूले गए। लेकिन कुष्ठ आश्रम शुल्क के रुपए न तो कुष्ठ आश्रम तक पहुंचे और ना ही इस रकम का लेखा-जोखा ही शस्त्र विभाग के पास मौजूद है। जो इन दिनों शस्त्र विभाग समेत कलेक्ट्रेट में चर्चा का विषय बना हुआ है।

सही जगह पहुंचे पैसा

शस्त्र लाइसेंस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, शस्त्र लाइसेंस के लिए कुल पांच हजार फॉर्म सबमिट हैं। कुल 37,50,000 रुपए का फॉर्म बिका है। इसमें 25 लाख रुपए रायफल क्लब शुल्क व 12 लाख 50 हजार कुष्ठ आश्रम शुल्क शामिल है। यह रकम तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट अजीत प्रताप सिंह के कार्यकाल में वसूली गई थी। चर्चा यह भी है कि जब फर्जी दस्तावेज तैयार कर शस्त्र लाइसेंस और शस्त्र जारी किए जाने की जांच हो रही है तो फिर कुष्ठ आश्रम शुल्क की जांच भी होनी चाहिए। आखिर कुष्ठ रोगियों के नाम से जब अप्लीकेंट्स से पैसा वसूला गया है तो यह रकम भी सही जगह पहुंचनी चाहिए। हालांकि जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों का कहना है कि कुष्ठ आश्रम शुल्क के साथ जो कोई भी खेल करते पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

फैक्ट फिगर

आवेदन प्रक्रिया शुरू - 11 दिसंबर 2018 से

आवेदन फॉर्म की पहले छपाई - 4,000

आवेदन फॉर्म की दूसरी बार छपाई - 2,000

कुल फॉर्म की अभी तक हुई बिक्री - 5,000

अब तक के शस्त्र लाइसेंस की संख्या - 21010

आवेदन फॉर्म का रेट - 750 रुपए (500 रुपए रायफल क्लब व 250 रुपए कुष्ठ आश्रम शुल्क)

वर्जन

शस्त्र लाइसेंस के लिए जो भी अप्लीकेंट्स से चार्ज लिए गए हैं वे सभी विभाग में जमा हैं। जिस मद में पैसा लिया गया है उसी मद में उसका यूज होगा।

- आरके श्रीवास्तव, एडीएम सिटी