तीन करोड़ से अधिक चोरी में दस लाख की बरामदगी, मास्टर माइंड का पता नहीं

छह छुटभैयों को पकड़ किया खुलासे का मजाक, सिगूफा छोड़ा, कुछ दिन बाद फिर करेंगे जांच

ALLAHABAD: न किसी का हार मिला और न ही किसी की चेन। कोई अपनी अंगूठी मिलने की उम्मीद में बैठा है तो किसी को उम्मीद है उसका खानदानी कमरबंद फिर उसका हो जाएगा। लेकिन इस सारी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए इलाहाबाद में एक दिन पहले ही आए नए एसएसपी नीतिन तिवारी ने छह छुटभैयों को मीडिया के सामने पेश किया, टेबल पर दस लाख से कुछ अधिक रुपये रखे और कर दिया सिविल लाइंस के यूको बैंक में 17 लॉकर काटकर तीन करोड़ से भी अधिक की चोरी का खुलासा। हालांकि ये शिगूफा भी जरूर छोड़ा कि अभी कई क्राइम इंवेस्टिगेशन का दबाव है, इनके खात्मे के बाद एक बार फिर इस मामले की जांच शुरू की जाएगी। पुलिस की कहानी में जिसे मास्टर माइंड बताया जा रहा है, उसका कोई सुराग तक पुलिस नहीं लगा सकी है।

खुलासे ने खड़े किए कई सवाल

यूको बैंक में लॉकर काटकर हुई करोड़ों की चोरी का खुलासा करते हुए एक दिन पहले ही जिले की कमान संभालने वाले नए एसएसपी नितिन तिवारी जांच में लगे अधिकारियों की पीठ भले ही थपथपा रहे हों, लेकिन इस खुलासे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हद तो ये कि पूरी वारदात का मास्टर माइंड कहां है और क्या कर रहा है पुलिस को कोई जानकारी नहीं है। एसएसपी नितिन तिवारी के अनुसार खुलासे के लिए कई टीमें लगाई गई थीं। जांच में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमों को उन दुकानों के बारे में पता चला जहां से आक्सीजन गैस सिलेंडर व कटिंग से संबंधित उपकरण खरीदे गए थे। टीम जीरो रोड स्थित अतीक अहमद की दुकान पर पहुंची तो वहां से उपकरण लेने वाले अकबर की आईडी और मोबाइल नम्बर मिला।

झारखंड में पकड़े गए तीन

क्राइम ब्रांच की टीम ने अकबर के बारे में पता किया गया तो पता चला कि वह नया रसूलपुर में करीब आठ साल पहले इलेक्ट्रिक की दुकान चलाता था। घटना के दूसरे दिन ही वह झारखंड स्थित गांव साहेबगंज चला गया था। क्राइम ब्रांच व पुलिस की टीम झारखंड भेजी गई। वहां पुलिस ने अकबर, हामिद और धनेश्वर कुशवाहा को गिरफ्तार किया। इनके पास से चार लाख 54 हजार रुपए बरामद हुए। पूछताछ में हसन चिकना, मुख्तार, लवरेज, रहीम उर्फ टर्की, आजाद शेख, अमजद उर्फ अजमेरी, बबला उर्फ बब्लू खान का नाम सामने आया।

डेढ़ महीने से कर रहे थे तैयारी

तीनों ने बताया कि मास्टर माइंड हसन चिकना वारदात से करीब डेढ़ माह पहले इलाहाबाद आया था। यहां उसने अजमेरी और बबला के साथ बैंक की रेकी की। वारदात से करीब 20 दिन पहले वारदात में शामिल सभी अभियुक्तों को घटनास्थल दिखाया गया। इसके बाद अकबर और हामिद ने जीरो रोड से 27 अप्रैल को कटिंग से संबंधित उपकरण, पाइप, कटर, नोजल, रेगुलेटर, प्लास, पेचकस आदि खरीदा। अजमेरी और आजाद ने पुरामुफ्ती से सिलेंडर खरीदा। हसन चिकना ने किराये का मकान लेकर ग्लाइंडर से रगड़ कर सभी सामानों की पहचान मिटाई। इसके बाद सभी सामान 28 अप्रैल की रात में बैंक के पीछे स्थित निर्माणाधीन मकान में रख दिया गया। 29 अप्रैल की रात गैंग के सभी साथी एक-एक कर पहुंचे। खिड़की की ग्रील सभी अंदर घुसे और वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार नकदी का बंटवारा करने के बाद हसन चिकना ने सोने-चांदी के गहने अपने पास रख लिए यह कहते हुए कि इसका बंटवारा बाद में किया जाएगा।

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पकड़े गए चोर बरामदगी

अकबर निवासी साबेहगंज, झारखंड डेढ़ लाख रुपये

बाबला निवासी करेली एक लाख

अमजद निवासी मंझनपुर साढ़े तीन लाख

आजाद शेख निवासी साबेहगंज एक लाख रुपया

हामिद निवासी साबेहगंज दो लाख 80 हजार

धनेश्वरन निवासी कटिहार, बिहार 24 हजार रुपया

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फरार अभियुक्त

हसन शेख निवासी साहेबगंज, झारखंड

मुख्तार निवासी साहेबगंज झारखंड

रहीम निवासी साहेबगंज, झारखंड

लवरेज निवासी साहेबगंज झारखंड

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कुल बरामदगी

दस लाख चार हजार रुपए और एक सुपर स्प्लेंडर बाइक

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अब तक सभी लॉकरधारकों बयान भी दर्ज नहीं

रविवार को वारदात के खुलासे के समय पुलिस ने बताया कि अब तक बैंक के उन सभी लाकरधारकों का बयान भी नहीं दर्ज हो सका है, जिनके लॉकर काटकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। अभी कुछ ही लॉकरधारकों का बयान दर्ज किया जा सका है। पुलिस की मानें तो गिरफ्तार चोरों के हिसाब से इन्हें लॉकर्स में पचास लाख रुपए कैश के साथ भारी मात्रा में गहने मिले थे। पुलिस पूछताछ के आधार पर अनुमान लगा रही है कि इस वारदात में चोरों के हाथ तीन करोड़ से अधिक का माल हाथ लगा है। हालांकि पुलिस ने यह भी जोड़ा कि सभी लॉकरधारकों का बयान दर्ज होने के बाद ही नकदी और गहनों की कीमत का सही अनुमान लगाया जा सकेगा।

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झारखंड सरकार घोषित करेगी इनाम

यूको बैंक चोरी की वारदात का मास्टर माइंड हसन शेख ऊर्फ चिकना पर झारखंड में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसे देखते हुए झारखंड की सरकार भी इसके ऊपर एक लाख रुपए का इनाम घोषित करने की तैयारी में है। हसन बोकारो में भी ऐसी ही एक भीषण चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है।

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तीन थे बैंक के अंदर बाकी पहरे पर

पुलिस के अनुसार यूको बैंक के ठीक बगल में स्थित निर्माणाधीन भवन में वारदात से एक दिन पहले ही चोरों ने जरूरी उपकरण और साजो सामान छिपा दिया था। वारदात की रात सभी अलग-अलग रास्तों से वहां पहुंचे। चोरी के दौरान हसन शेख, मुख्तार और रहीम उर्फ टर्की बैंक के अंदर दाखिले हुए थे और चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। बाकी साथी बाहर रहकर पहरेदारी कर रहे थे।

यूको बैंक में हुई चोरी का खुलासा हो गया है। फरार चल रहे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी रहेगा। उन्हें भी पकड़ कर जेल भेजा जाएगा।

नितिन तिवारी, एसएसपी