- टो अवे के लिए मंगाई गई रिकवरी वैन बन रही कबाड़

- नगर निगम ने ट्रैफिक डिपार्टमेंट को दिए थे 4 रिकवरी वैन

- रिकवरी वैन और बैरीकेडिंग खरीदने के लिए मिले थे 1.44 करोड़

- नो पार्किंग का उल्लंघन करने वालों की गाडि़यां उठाने की कोई व्यवस्था ही नहीं

- लाखों की लागत से खरीदा गया था वाहन हो गया कबाड़

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RANCHI (19 छ्वड्डठ्ठ) : राजधानी को जाम मुक्त बनाने के लिए नगर निगम और ट्रैफिक डिपार्टमेंट प्लान तो बनाता है, लेकिन इसे गंभीरता से लागू नहीं किया जाता। इसी छूट का फायदा उठाकर सिटी के लोगों ने पूरे शहर को अस्त-व्यस्त कर रखा है। कुछ ऐसी ही स्थिति सिटी की सड़कों की हो गई है। इन सड़कों पर पब्लिक जहां मर्जी गाड़ी लगाकर चली जाती है। इससे दूसरों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके बावजूद ऐसे लोगों पर कार्रवाई कुछ नहीं की जाती। एक्शन लेने वालों की नींद ही नहीं खुल रही है। इतना ही नहीं बेतरतीब खड़ी गाडि़यों को उठा ले जाने वाले लाखों के रिकवरी वैन भी अब कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं।

चार रिकवरी वैन खरीदे थे निगम ने

ट्रैफिक को दुरुस्त बनाने को लेकर नगर निगम भी रेस है। इसी के तहत नगर निगम ने ट्रैफिक डिपार्टमेंट को चार रिकवरी वैन उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा 250 स्लाइडिंग बैरीकेडिंग की भी खरीदारी की गई थी, ताकि रोड पर लोग किसी भी हाल में गाड़ी खड़ी न करें। इसके लिए नगर विकास ने 1.44 करोड़ रुपए दिए थे। इतना खर्च करने के बाद भी व्यवस्था में ज्यादा कुछ सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।

वाइट लाइन के बाहर पार्किंग

रोड के दोनों ओर गाडि़यों की पार्किग के लिए जगह तय है। वाइट लाइन के पीछे गाडि़यों की पार्किग की जानी है। लेकिन ओनर की मनमानी इतनी बढ़ चुकी है कि ये लोग बीच रोड में ही गाड़ी पार्क कर चले जाते हैं। इसके बाद पब्लिक जाम भुगतती है। इस चक्कर में घंटों समय भी बर्बाद हो रहा है।

ठंडे बस्ते में चली गई योजना

रांची नगर निगम की ट्रैफिक को-आर्डिनेशन कमिटी और ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने साथ मिलकर जाम की समस्या खत्म करने की योजना बनाई। बेतरतीब ढंग से पार्क गाडि़यों को जब्त करने के बाद रखने के लिए बकरी बाजार स्टोर और जयपाल सिंह स्टेडियम में जगह भी उपलब्ध कराई गई थी। कुछ दिन तो यह व्यवस्था सिटी में लागू रही, लेकिन समय बीतने के साथ कार्रवाई की योजना ठंडे बस्ते में चली गई।