नई दिल्ली (एएनआई)। जनसंघ के संस्थापक, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर बोलते हुए, पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को व्यक्तिगत रूप से देखने के लिए भाग्यशाली नहीं था, लेकिन उनके विचार, उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग और उनकी विचारधारा हमें प्रेरणा और ऊर्जा देती है। एक देश के रूप में, भारत को बेहतर बनाने के लिए, दीनदयाल जी का योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। इस दाैरान प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कृषि में सुधार से छोटे और सीमांत किसानों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। 100 में से 85 किसान इस श्रेणी के हैं और वे खुश हैं। पहली बार, उन्हें अपनी उपज की कीमत पर एक विकल्प मिला है। किसान अब अपनी पसंद के अनुसार अपनी उपज बेच सकते हैं। मंडियों में बेचने की परंपरा है अगर कोई किसान चाहे तो मंडियों के बाहर भी उसे बेच सकता है।

किसानों की आय नहीं लेकिन ऋण बढ़ते रहे

पीएम माेदी ने सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से किसानों तक पहुंचने की अपील कर कहा कि कृषि में हो रहे सुधार के महत्व और पेचीदगियों के बारे में सरल भाषा का उपयोग करके उन्हें सूचित करें कि ये कैसे उन्हें सशक्त बनाएंगे। हमारे जमीनी संपर्क से आभासी दुनिया में फैले झूठ और अफवाहों का पर्दाफाश होगा। पीएम मोदी ने इस दाैरान कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पिछली सरकारें वादों और कानूनों का एक जटिल जाल बुनती थीं, जिसे किसान या मजदूर कभी समझ नहीं पाते थे। इससे उत्पादन बढ़ने के बाद भी किसानों की आय में वृद्धि नहीं हुई लेकिन उनके ऋण बढ़ते रहे।

हमें किसान का भविष्य उज्ज्वल बनाना है

हालांकि, भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने इस स्थिति को बदलने का लगातार प्रयास किया है और किसानों के कल्याण के लिए कृषि सुधार जैसा फैसला लिया। पिछले कुछ वर्षों में, एनडीए सरकार ने किसानों को बैंकों से जोड़ने के लिए पूरे प्रयास किए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक किसानों को 1 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास अधिक से अधिक किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान करना है ताकि वे आसानी से ऋण प्राप्त कर सकें। हमें किसान का भविष्य उज्ज्वल बनाना है।

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