यमुना ब्रिज, कर्जन पुल, पत्थर गिरजाघर व अकबर का किला में होगी फसाड़ लाइटिंग

ALLAHABAD: किसी भी शहर पहुंचने वाले लोग एक बार शहर के ऐतिहासिक स्थलों को देखने जरूर पहुंचते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अगले वर्ष आयोजित होने जा रहे कुंभ मेला में चार ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को फसाड़ लाइटिंग से रोशन करने की योजना है। इसका विहंगम एहसास बहुत दूर से ही हर किसी को रात के अंधेरे में दिखेगा। पर्यटन विभाग ने यमुना ब्रिज, कर्जन पुल, पत्थर गिरजाघर और यमुना तट के किनारे स्थित अकबर के किला पर लाइटिंग कराने का निर्णय लिया है।

पहली बार पर्यटक करेंगे नजारा

प्रदेश सरकार के निर्देश पर पर्यटन विभाग ने ऐतिहासिक महत्व के चार स्थलों पर फसाड़ लाइटिंग का प्रस्ताव तैयार किया है। कुंभ मेला के इतिहास में पहली बार इसका इस्तेमाल किया जाएगा। इसके जरिए शाम होते ही ऐतिहासिक स्थल रंगबिरंगी रोशनी से जगमग हो जाएंगे। इस आकर्षक रोशनी का एहसास हर किसी को एक किमी की दूरी से ही हो जाएगा।

जमीन से फोकस, ऊपर तक आकर्षण

फसाड़ लाइटिंग के लिए अकबर का किला, पत्थर गिरजाघर, यमुना ब्रिज व कर्जन पुल के धरातल पर हाई क्वालिटी की लाइटिंग का फोकस दिखाई देगा। यह लाइटिंग चारों ऐतिहासिक स्थलों के एक छोर से दूसरे छोर तक लगाई जाएगी। इसके लिए विभाग की ओर से तेरह करोड़ रुपए का प्रस्ताव लखनऊ स्थित पर्यटन विभाग के मुख्यालय के पास भेजा गया था। जिसे स्वीकृति मिल गई है।

पुल पर होगी अनोखी चित्रकारी

पर्यटन विभाग की ओर से फसाड़ लाइटिंग के साथ ही यमुना ब्रिज व कर्जन पुल के आसपास के एरिया में कुंभ मेला पर केन्द्रित चित्रकारी भी कराई जाएगी। इसमें वाल पेटिंग के जरिए कुंभ कलश व संगम नोज सहित कुंभ की चित्रकारी का नजारा देखने को मिलेगा।

एक महीने पहले होगा दीदार

संगम की रेती पर आयोजित होने वाले कुंभ मेला का पहला शाही स्नान पंद्रह जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा। विभाग की ओर से चारों स्थलों को दिसम्बर में फसाड़ लाइटिंग से रोशन कर दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही एजेंसी के चयन का काम पूरा किया जाएगा।

कुंभ मेला को दिव्य बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं। इसी के तहत पहली बार फसाड़ लाइटिंग से ऐतिहासिक स्थलों को रोशन करने की योजना है। चार स्थलों का चयन कर लिया गया है।

अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी