इसी साल काल्विन हॉस्पिटल ने जीता था नेशनल अवार्ड, अब स्टेट अवार्ड पर नजर
PRAYAGRAJ: इसी साल इन्क्वॉस अवार्ड में पहला स्थान पाने वाले काल्विन हॉस्पिटल का कायाकल्प अवार्ड के तहत निरीक्षण करने पहुंची टीम के सामने बेहतर प्रदर्शन रहा। टीम को हॉस्पिटल का इंफेक्शन कंट्रोल सिस्टम बेहद पसंद आया। टीम के मेंबर्स ने हॉस्पिटल के प्रत्येक पार्ट का गहन निरीक्षण किया और फिर अपनी राय दी।
इससे मरीजों को नही होगा इंफेक्शन
कायाकल्प की टीम ने मंगलवार को कालिवन हॉस्पिटल का गहन निरीक्षण किया।
इमरजेंसी, ओपीडी, ओटी, वार्ड, ब्लड बैंक आदि का दौरा करने के बाद टीम संतुष्ट नजर आई।
टीम का नेतृत्व कर रहे सिविल हॉस्पिटल लखनऊ के डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक ओपीडी में अल्कोहल बेस्ड हैंडवाश मौजूद था।
इंफेक्शन कंट्रोल के लिए यह अच्छा कदम है।
एक मरीज को देखने के बाद तीस सेकंड तक इस हैंडवाश से हाथ धुलने से दूसरे मरीज तक इंफेक्शन नहीं पहुंचता है।
कायाकल्प की रेटिंग का बेस भी इंफेक्शन कंट्रोल सिस्टम है।
उन्होंने बताया कि ऐसे सिस्टम से इस सीजन में फैले फ्लू के खतरे से निजात पाई जा सकती है।
पहले से तैयार था हॉस्पिटल
काल्विन हॉस्पिटल का पूरा स्टॉफ मंगलवार को वेल ड्रेस्ड और हॉस्पिटल वेल इक्यूप्ड नजर आया।
टीम द्वारा पूछे गए सवाल के भी स्टाफ ने ठीक ठाक उत्तर दिए।
टीम का कहना था कि अगर फार्मासिस्ट्स के लिए अलग से ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाए तो रिजल्ट इससे भी अच्छा सामने आ सकता है।
टीम ने विज्ञान फाउंडेशन के रामायण यादव और मिर्जापुर की डिस्ट्रिक्ट कंसल्टेंट डॉ। प्रियंका त्रिपाठी मौजूद थी।
हॉस्पिटल की ओर से सीएमएस डॉ। वीके सिंह और सीनियर कंसल्टेंट डॉ। शक्ति बसु ने प्रजेंटेशन दिया।
कायाकल्प अवार्ड जीतने पर मिलेगा
फर्स्ट प्राइज- 50 लाख रुपये
सेंकेंड प्राइज- 20 लाख रुपये
थर्ड प्राइज- 10 लाख रुपये
प्रत्येक ओपीडी में अल्कोहल बेस्ड हैंडवाश मौजूद था। इंफेक्शन कंट्रोल के लिए यह अच्छा कदम है।
डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी,
सिविल हॉस्पिटल लखनऊ