- पटना से फ्राइडे देर रात पहुचे सुकीर्ति के परिजन, पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार

- पिता ने कहा कि हादसे ने छीन ली घर की खुशियां

बरेली : श्रीराममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज (एसआरएमएस) के पीजी ग‌र्ल्स हॉस्टल के रूम में इंटर्न डॉक्टर सुकीर्ति की मौत की खबर मिलने के बाद फ्राइडे देर रात उसके पिता व परिजन पटना से बरेली आए, मोर्चरी मे रखे बेटी के शव को देख परिजन फूटफूट कर रोने लगे। इस घटना से पूरे दिन कॉलेज कैंपस और हॉस्टल में चर्चाएं होती रही। सैटरडे को परिजनों ने सिटी श्मसान भूमि पर बेटी का अंतिम संस्कार कर वापस पटना लौट गए।

कार से आए परिजन

पटना (बिहार) के थाना पाटलिपुत्र के सहजानंद पथनार्थ एसके पुरी के संजय शर्मा पटना हाईकोर्ट में एडवोकेट हैं। उनकी बेटी सुकीर्ति शर्मा श्रीराममूर्ति मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस करने के बाद इसी कॉलेज में इंटर्न कर रही थी। वह कैंपस में बने ग‌र्ल्स पीजी हॉस्टल के रूम नंबर-320 में रह रही थी। थर्सडे को करीब रात ढाई बजे अचानक उसके रूम में आग लग गई, जिससे वह रूम से बाहर नहीं निकल सकी और जिंदा जल गई। इस घटना से कॉलेज प्रशासन में हड़कम्प गया। कॉलेज प्रशासन ने सुकीर्ति के पिता एडवोकेट संजय शर्मा को घटना की जानकारी दी।

पिता ने किया अंतिम संस्कार

देर रात कार से बरेली आए सुकीर्ति के पिता ने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी आकृति शर्मा ने 2012 में एसआरएमएस से एमबीबीएस किया है। जबकि छोटी बेटी सुकीर्ति शर्मा ने 2014 में एमबीबीएस पास आउट कर इंटर्न कर रही थी। वह दोनों बेटियों को डॉक्टर बनाना चाहते थे। जिस वजह से उन्होने दोनों बेटियों को पढ़ाने के लिए बरेली भेजा था। उन्होने कहा कि इस हादसे ने घर की खुशियों में आग लगा दी है। फिलहाल परिजनों ने लेडी डॉक्टर का पोस्टमार्टम करने से इंकार कर सिटी श्मसान भूमि पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी है। जिसके बाद वह वापस पटना लौट गए।