1673 करोड़ का निवेश

दिग्गज निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआइएल) अब देश भर में मोबाइल टेलीफोनी और हाई स्पीड इंटरनेट सेवाएं दे सकेगी.दूरसंचार विभाग (डॉट) ने मंगलवार को आरआइएल की सहयोगी रिलायंस जियो के लिए 4जी आधारित सेवा के लिए जरूरी यूनिफाइड लाइसेंस को मंजूरी दे दी.जियो देश की अकेली दूरसंचार ऑपरेटर है, जिसके पास चौथी पीढ़ी यानी 4जी सेवा देने का स्पेक्ट्रम है.सभी 22 सर्किलों का एकीकृत दूरसंचार लाइसेंस हासिल करने के लिए कंपनी ने एक बार लगने वाली एंट्री फीस के तौर पर 1673 करोड़ रुपये जमा कराए हैं।

मुकेश अंबानी की दूसरी पारी

मुकेश अंबानी की इस कंपनी ने 21 अगस्त को यूनिफाइड लाइसेंस के लिए डॉट के पास आवेदन किया था.इसमें जियो ने अपनी नेटवर्थ 5,033 करोड़ रुपये बताई है.इससे पहले एमटीएस इंडिया और आइडिया को एकीकृत लाइसेंस मिल चुका है.बीते साल हुई ब्रॉडबैंड वॉयरलेस एक्सेस (बीडब्ल्यूए) की नीलामी में जियो ने यह स्पेक्ट्रम हासिल किया था.तब उसे सिर्फ इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनी का ही लाइसेंस मिला था.बंटवारे में रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के छोटे भाई अनिल अंबानी के हिस्से में जाने के बाद मोबाइल सेवा के क्षेत्र में मुकेश की यह दूसरी पारी होगी।

Business News inextlive from Business News Desk