- नेपाल जा रही राहत सामग्री के नाम पर चल रहा खेल

- नेपाल सरकार ने दिया आदेश, राहत सामग्री बांटने के बाद जिला प्रशासन की रिसीविंग जरूर, वरना सील होंगे ट्रक

- कस्टम को भी देनी होगी लिस्ट, टैक्स चोरी कर ले जाएं जा रहे सामान की मिल रही जानकारी

- नेपाल के भैरहवां में पकड़े गए राहत सामग्री बेचते लोग

kumar.abhishek@inext.co.in

GORAKHPUR : नेपाल भूकंप पीडि़तों के लिए भेजी जा रही राहत सामग्री की लिस्ट अब कस्टम को भी सौंपनी होगी। साथ ही नेपाल में राहत सामग्री बांटने के बाद जिला प्रशासन की रिसीविंग भी लेनी होगी। अन्यथा नेपाल गया ट्रक बार्डर पर सीज कर दिया जाएगा। यह आदेश नेपाल सरकार ने जारी किया है। साथ ही नेपाल से मिली सूचना के बाद कस्टम भी अलर्ट हो गया है। लगातार सूचनाएं आ रही हैं कि भूकंप पीडि़तों की मदद के लिए भेजे जा रहे राहत सामग्री के नाम पर खेल चल रहा है। कुछ लोग बिजनेस का सामान टैक्स चोरी कर ले जा रहे हैं तो कुछ लोग राहत सामग्री बेच रहे हैं। इसके बाद नेपाल सरकार ने यह फैसला लिया है जिससे जरूरतमंदों तक ही राहत सामग्री पहुंच सके।

राहत सामग्री के नाम पर तस्करी तो नहीं

नेपाल में आए भूकंप के बाद वहां तबाही मची है। न खाने को है और न रहने और न पहनने को। वहां फंसे लोगों के लिए भारत सरकार लगातार राहत सामग्री भेज रही है। आनन-फानन में भेजी जा रही राहत सामग्री के लिए सभी को छूट दी गई है जिसका कुछ लोग फायदा उठा रहे हैं। नेपाल से लौटे भारत-नेपाल मैत्री समाज के महासचिव अनिल कुमार गुप्त ने बताया कि इसका खुलासा तब हुआ जब बार्डर से निकली राहत सामग्री आगे के लोगों को नहीं मिली, आखिर वह सामान कहां जा रहा है? साथ ही बिना सिक्योरिटी के जा रही ट्रक सामग्री को भी कई एरिया में लूटने की सूचना मिल रही हैं। सबसे अधिक घटनाएं नारायनघाट और मुगलिंग के पास हो रही है। इसको देखते हुए नेपाल सरकार ने सभी राहत सामग्री की जानकारी लोकल जिला प्रशासन को देने का आदेश दिया है।

दुकानों पर बिक रही राहत सामग्री

नेपाल में राहत सामग्री के नाम पर धड़ल्ले से तस्करी कर सामान ले जाया जा रहा है। जिसकी जानकारी अब नेपाल प्रशासन को भी होने लगी है। सैटर्डे को नेपाल के भैरहवां में एक ट्रक दुकान के सामने खड़ा था। भारत से आई राहत सामग्री को लोग दुकानों पर ऊंचे दाम पर बेचने की कोशिश कर रहे थे। तभी भैरहवां के जिला प्रशासन ने मामले को पकड़ लिया। इसकी जानकारी एसडीएम नौतनवां को भी है, मगर मामला नेपाल का होने के कारण कोई एक्शन नहीं लिया गया। हालांकि लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों को देखते हुए नेपाल सरकार ने राहत सामग्री पर चेकिंग रूल्स सख्त कर दिए हैं।

भूकंप पीडि़तों के लिए भारी मात्रा में राहत सामग्री नेपाल भेजी जा रही है। जिन ट्रक पर राहत सामग्री का बैनर लगा है, उन्हें बिना चेकिंग नेपाल के किसी भी एरिया में जाने की एंट्री दी जा रही है जिसका कई लोग फायदा उठा रहे हैं। ऐसी जानकारी मिलने पर नेपाल सरकार ने राहत सामग्री बांटने के बाद जिला प्रशासन से रिसीविंग देने का आदेश दिया है। जिसे बार्डर पर दिखाने के बाद मदद करने गए लोगों को वापस जाने दिया जाएगा। रिसीविंग न मिलने पर ट्रक सीज करने का आदेश है।

अनिल कुमार गुप्ता, महासचिव, भारत-नेपाल मैत्री समाज

भूकंप पीडि़तों की मदद के नाम पर कुछ लोग बिजनेस का सामान लेकर जा रहे हैं जिसका टैक्स लगता है। इसलिए सभी राहत सामग्री भेजने वालों से लिस्ट मांगी जा रही है जिससे टैक्स वाला सामान नेपाल न जा सके। बाकी राहत सामग्री लगातार जा रही है।

बृजेश चौधरी, डिप्टी कमिश्नर कस्टम, सोनौली बॉर्डर महराजगंज