योग के माध्यम से शिक्षक भी दूर कर रहे अपना तनाव

इस्माईल पीजी कॉलेज में चल रही हा योग कार्यशाला

Meerut। घर की जिम्मेदारी के साथ ही तमाम तरह की जिम्मेदारियां और ऊपर से वर्कलोड, इन्हीं सभी समस्याओं को लेकर अब शिक्षक भी तनाव की बीमारी से अछूते नहीं रहे, शिक्षकों को भी मानसिक तनाव की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में शुक्रवार को इस्माईल पीजी कॉलेज के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में हुई योग कार्यशाला में शिक्षकों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया।

मानसिक तनाव के कारण

- घर के काम की जिम्मेदारी, अन्य जिम्मेदारी व ऑफिस का वर्कलोड

- छोटी बीमारियों के लिए भी डॉक्टर के पास जाने तक का नहीं समय

- घर पर करने पढ़ते है प्रोजेक्ट, लेक्चर रिपोर्ट तैयार करनी, जिससे नहीं बचता है समय

- कई बार पर्सनल परेशानियों के चलते भी बढ़ने लगता है तनाव।

क्या कहते है शिक्षक

घर की जिम्मेदारी के साथ ही कॉलेज का काम संभालना थोड़ा हैडेक्ट हो जाता है कभी-कभी। लेकिन फिर भी जिम्मेदारियों से भागना इलाज नहीं है, इसलिए खुद को तनावमुक्त करने के लिए योग करना बेहतर साधन है।

डॉ। ममता गौतम, असिस्टेंट प्रोफेसर, शारीरिक एवं खेलकूद विभाग

कई तरह की परेशानियां होती हैं, किसी की पर्सनल दिक्कतें भी होती है। वहीं वर्कलोड के चलते भी थोड़ा मानसिक तनाव आ जाता है, जोकि हर फील्ड में होता है, इसलिए शिक्षक नहीं सभी को योग करना चाहिए।

डॉ। दीपा त्यागी, एचओडी, हिंदी विभाग

घर की जिम्मेदारी के साथ ही एक प्रिंसिपल होने के नाते काफी बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे में कभी मानसिक तनाव भी आ जाता है, ऐसे में मैं घबराती नहीं, बल्कि परेशानियों का समझदारी से हल निकालती हूं, मेरे हिसाब से योग तनाव दूर करने का बेहतर जरिया है।

डॉ। नीलिमा गुप्ता, प्रिंसिपल, इस्माईल कॉलेज