नई दिल्ली (एएनआई)। Republic Day 2023 : गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी करने के साथ ही संदिग्धों पर पैनी नजर रख रही है। पुलिस जहांगीरपुरी इलाके से पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए दो संदिग्ध आतंवादियों के अलावा चार अन्य की तलाश कर रही है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक संदिग्धों ने ड्रॉप-डेड मेथड के जरिए पाकिस्तान से हथियार प्राप्त किए और सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से सीमा के दूसरी तरफ अपने आकाओं के संपर्क में थे। हाल ही में दिल्ली पुलिस को मॉड्यूल में 8 लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। पुलिस को इस समय भारत में चार संदिग्धों की संभावित मौजूदगी का संदेह है। सूत्रों के मुताबिक आतंकियों के पास से बरामद हथियार उत्तराखंड में अज्ञात स्थान पर मिले हैं, जिसकी पुष्टि की जा रही है।

14 दिन की पुलिस रिमांड पर

इस बीच दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने सोमवार को दावा किया गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके से गिरफ्तार किए गए दो आतंकी संदिग्धों को 27 जनवरी और 31 जनवरी को दक्षिणपंथी नेताओं की लक्षित हत्याओं को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी के भलस्वा डेयरी इलाके में दो 'संदिग्ध' लोगों जगजीत सिंह (29) और नौशाद (56) को गिरफ्तार किया और उनके घर से दो हथगोले तीन पिस्तौल और 22 जिंदा कारतूस भी बरामद किए थे। उन्हें शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया और 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

हत्या के बदले मिलना था पैसा

पुलिस सूत्रों ने बाद में दावा किया कि पंजाब और दिल्ली के तीन दक्षिणपंथी नेता उनकी हिट लिस्ट में थे और उन्होंने अपने दो लक्ष्यों को पूरा करने के लिए डेट व टाइम फिक्स था। संदिग्धों को पहले टारगेट को मारने के लिए 50 लाख रुपये, दूसरे को मारने के लिए 1 करोड़ रुपये और तीसरे को खत्म करने के लिए 1.5 करोड़ रुपये मिलने थे। दोनों को हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से टोकन मनी के रूप में 5 लाख रुपये मिले थे। आरोप है कि संदिग्धों ने घर में ही एक व्यक्ति की हत्या कर उसका वीडियो भी शेयर किया है। पुलिस ने कहा कि वह यह पता लगाने की कोशिश में आखिर वह कौन मारा गया।

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