कानपुर। Republic Day Shayari in Hindi 2020: आपने राम प्रसाद बिस्मिल की वो शायरी तो सुनी होगी 'सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है'। बिस्मिल क्रांतिकारी होने के साथ साथ बड़े जबरदस्त शायर भी थे। देश के लिए कुर्बान होते समय उन्होंने अपनी इस मुहब्बत को जिस अंदाज में बयान किया वो एक मिसाल है। आइये आज हम आपको वतन के लिए प्यार से भरी ऐसी ही कुछ शेरो शायरी से रूबरू कराते हैं जिन्हें आप लोगों को रिपब्लिक डे विश करते हुए भेज सकते हैं।

हिंदोस्तां हमारा
सबसे पहले तो आप को याद रखनी होगी फेमस शायर अल्लामा इकबाल की मशहूर गजल हिंदोस्तां की ये लाइनें,
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा, हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसितां हमारा।

आजादी
ऐसा ही एक शेर है मकबूल शायर फिराख गोरखपुरी का,
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है, उछल रहा है जमाने में नाम-ए-आजादी।

वतन की खाक
जनाब चकबस्त ब्रिज नारायण कहते हैं,
वतन की खाक से मर कर भी हम को उन्स बाकी है, मजा दामान-ए-मादर का है इस मिट्टी के दामन में।

वतन की उल्फत
वहीं एक और मशहूर शायर लाल चंद फलक ने कहा है,
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फत, मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफा आएगी।

तेरे शैदाई
जोश मलिहाबादी ने भी लिखा है,
ऐ वतन आज से क्या हम तेरे शैदाई हैं, आंख जिस दिन से खुली तेरे तमन्नाई हैं।

प्यारा हिंदोस्तान
देश की बात करते हुए नजीर बनारसी ने भी खूब कहा है।
जिस का है सब को ज्ञान यही है, सारे जहां की जान यही है, जिस से है अपनी आन यही है, मेरा निवास स्थान यही है, प्यारा हिन्दोस्तान यही है।