- राहत शिविर में आ चुके 10,800 लोग

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : गोरखपुर स्थित यूनिवर्सिटी कैंपस में बने राहत शिविर में नेपाल से आ रहे भूकंप पीडि़तों की लगातार मदद की जा रही है। शिविर में इंडिया के कई स्टेट के अलावा फॉरेनर टूरिस्ट भी आ रहे हैं। फ्राइडे को अनेक इंडियंस के साथ 6 फॉरेनर टूरिस्ट भी आए जिन्हें खाना खिलाने के बाद गोरखपुर स्टेशन रवाना किया गया जहां से वे ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुए। गोरखपुर स्थित राहत शिविर में अब तक नेपाल से करीब 10 हजार 800 लोग आ चुके हैं जिनमें से अधिकांश को सकुशल उनके घर भेजा जा चुका है।

17 लाख की इंडियन करेंसी हुई चेंज

उप्र शासन के निर्देश पर गोरखपुर में राहत शिविर लगाया गया है। जहां सोमवार से लगातार नेपाल में आए भूकंप में फंसे लोगों का आना-जाना शुरू है। अब तक राहत शिविर में 574 लोगों को जरूरत पड़ने पर मेडिकल सुविधा मुहैया कराई गई। राहत शिविर में रुक रहे लोगों के लिए 100 कंबल और 100 टॉवेल की व्यवस्था की गई है। वहीं नेपाल से आ रहे लोग लगातार करेंसी ट्रांसफर करा रहे हैं। इसके लिए एसबीआई ने स्पेशल काउंटर लगाया है। अब तक करीब 17 लाख रुपए की इंडियन करेंसी चेंज हो चुकी है। अधिकांश करेंसी को डॉलर में चेंज किया जा रहा है। करेंसी चेंज कराने वालों की संख्या करीब 418 है।

राहत शिविर में मिलेगी ट्रेंस की जानकारी

नेपाल से आ रहे भूकंप पीडि़तों की मदद के लिए जिला प्रशासन के साथ एनई रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन भी पूरी शिद्दत से जुटा है। जिला प्रशासन जहां पूरी सुविधा मुहैया करा रहा है वहीं एनईआर एडमिनिस्ट्रेशन उन्हें ट्रेन में बैठाने के साथ सीट दिलाने की जिम्मेदारी निभा रहा है। सभी भूकंप पीडि़त ट्रेन से फ्री भेजे जा रहे हैं। भूकंप पीडि़तों को अधिक प्रॉब्लम न हो, इसके लिए एनईआर ने राहत शिविर में रनिंग डिस्प्ले बोर्ड लगा दिया है। अब पीडि़त अपने घर को जाने वाली ट्रेन की कंप्लीट जानकारी शिविर में ही ले सकेंगे। डीएम रंजन कुमार ने एनईआर के इस प्रयास की जमकर सराहना की।