- एकेटीयू ने गुणवत्तापरक रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च की तीन प्रमोशनल स्कीम

स्वाति भाटिया, स्पेशल

मेरठ- डॉ। अब्दुल कलाम तकनीकी प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) प्रशासन ने तकनीकी कॉलेजों में गुणवत्तापरक रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए तीन प्रमोशनल स्कीम लॉन्च की है। इसमें विश्वैश्वरैया रिसर्च प्रमोशन स्कीम, सेमिनार सहायता, ट्रेवल सहायता शामिल है। स्कीम के तहत स्टूडेंट्स को बहुत मदद मिलेगी व अच्छी रिसर्च भी हो पाएंगी।

18 तक ही कर पाएंगे आवेदन

कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने आधिकारिक तौर पर इन योजनाओं का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के तहत कॉलेजों के शिक्षक 18 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन ऑनलाइन ही किए जा सकेंगे। आवेदन में किसी भी तरह की गड़बड़ी या फर्जीवाड़ा न हो सके, इसके लिए एकेटीयू ने शिक्षकों के फैकल्टी आईडी से आने वाले आवेदन को ही स्वीकार करने का फैसला लिया है। इस दौरान प्रति कुलपति प्रो। वीके सिंह, कुलसचिव पवन गंगवार, वित्त अधिकारी भानू प्रकाश समेत कई लोग उपस्थित रहे।

अगले साल दोगुनी होगी राशि

इस साल इन योजनाओं का ऐलान ऐसे समय में हुआ है, जब वित्तीय वर्ष खत्म होने में महज एक महीना ही बचा है। योजना का लाभ उठाने के लिए शिक्षकों के पास केवल 31 मार्च तक का समय है। आवेदन 18 मार्च तक हो सकेगा। ऐसे में इनका असली फायदा कॉलेजों में रिसर्च करने वाले शिक्षकों को अगले वित्तीय वर्ष से ही मिलेगा। एकेटीयू अधिकारियों का दावा है कि अगले साल से इन योजनाओं के तहत मिलने वाली मदद की राशि और लाभार्थियों की संख्या को दोगुना तक किया जा सकेगा। योजना के तहत टोटल पांच सौ से अधिक कॉलेज मेरठ में 90 कॉलेज लाभ उठा सकते हैं।

रिसर्च प्रॉजेक्ट के लिए मिलेगी मदद कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने योजनाओं का ऐलान किया। विश्वेश्वरैया रिसर्च प्रमोशन स्कीम तकनीकी कॉलेजों के शिक्षक इस स्कीम के तहत आवेदन कर सकते हैं। इसके तहत चयनित होने पर पांच लाख रुपए की ग्रांट मिलेगी। इस वित्तीय वर्ष में इस स्कीम का लाभ ज्यादा से ज्यादा पांच शिक्षकों को ही मिलेगी।

होगी ये भी सहायता

सेमिनार सहायता

एकेटीयू से सम्बद्ध कॉलेजों को राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार के लिए 50 हजार और अन्तराष्ट्रीय स्तर के सेमिनार के लिए एक लाख रुपए मिलेंगे।

ट्रैवल सहायता-

इस योजना के तहत अगर कोई शिक्षक अंतरराष्ट्रीय स्तर के सेमिनार में रिसर्च पेपर पढ़ने या उसमें हिस्सा लेने जाता है तो उसे भी एकेटीयू की तरफ से एक लाख रुपए तक की आर्थिक मदद दी जाएगी।

योजना गुणवत्तापरक रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई गई है। योजना के तहत रिसर्च स्कॉलर को बजट मिलेगा तो वो अच्छे से रिसर्च कर पाएंगे।

प्रो। विनय पाठक, वीसी, एकेटीयू