- ऑस्टियोपोरोसिस व ऑस्टियोआर्थाराइटिस का इलाज होगा आसान, बायोटेक्नोलॉजी विभाग व सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीटयूट के वैज्ञानिक करेंगे रिसर्च

KANPUR: गांठों के दर्द और कार्टिलेज की बीमारी के लिए आईआईटी का बायोटेक्नोलॉजी विभाग रिसर्च करेगा। अभी तक के दरअसल शुरूआती रिसर्च तो पूरा भी हो गया है। अब आईआईटी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के प्रो। अमिताभ बंदोपाध्याय व सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीटयूट के साथ इस रिसर्च को नए सिरे से आगे बढ़ाया जाएगा। जिसमें जन्म के समय भू्रण में ही हड्डियों के निर्माण के दौरान कार्टिलेज की एक परत बची रहती है। इसी से ज्वाइंट कार्टिलेज बनती है और बाद में आस्टियोआर्थाराइटिस की वजह बनती है। अभी शोध में प्रो। बंधोपध्याय की टीम ने आर्थाराइटिस के बढ़ने में जीन की भूमिका का पता लगाने का प्रयास किया है। जिसमें काफी हद तक टीम को सफलता भी मिली है। इससे ऑस्टोपोरोसिस के इलाज में नई आशा भी जगी है।