GORAKHPUR: मैथमेटिक्स एंड स्टैटेस्टिक्स डिपार्टमेंट में ऑर्गनाइज्ड तीन दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार के दूसरे दिन का शुरुआत प्रो। इजहार हुसैन स्मृति व्याख्यान से हुआ। व्याख्यान में मलेशिया के विजिटिंग प्रो। जफर एहसान ने बताया कि विद्युत चुंबकत्व एवं गुरुत्वाकर्षण में बहुत सी समानताएं हैं, इनमें से कुछ का विकास तो हुआ लेकिन कुछ अभी भी अविकसित हैं। जिस प्रकार गतिमान आवेश से विद्युत चुंबकत्व क्षेत्र उत्पन्न होता है। उसी प्रकार ब्रह्मांड में गतिमान पिंड से गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र भी उत्पन्न होता है। उन्होंने सभी रिसर्च स्कॉलर्स से अपने रिसर्च पेपर इंडियन रिसर्च मैग्जीन में छपवाने की अपील की। जिससे उत्कृष्ट रिसर्च से हमारे नेशनल रिसर्च मैग्जीन का स्तर बढ़ेगा। इंटरनेशनल ख्याति प्राप्त प्रो। एमसी चाकी स्मृति व्याख्यान देते हुए कोलकाता यूनिवर्सिटी की प्रो। मंजूषा मजूमदार ने प्रो। चाकी के 50 वषरें के शैक्षणिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। शिक्षा जगत के कई महत्वपूर्ण पुरस्कारों से सम्मानित प्रो। चाकी गणित की अलग-अलग क्षेत्रों यथा अवकल ज्यामिति गणित का इतिहास रिलेटिविटी आदि में 22 स्टूडेंट्स को शोध कराया जो देश-विदेश के विभिन्न यूनिवर्सिटी में विभाग अध्यक्ष और अन्य बड़े पदों पर कार्यरत हैं।

24 रिसर्च स्कॉलर्स पढ़े रिसर्च पेपर

दूसरे टेक्नीकल सेशन में जीएल, यूनिवर्सिटी मथुरा के प्रो। अनिरुद्ध प्रधान ने न्यू पर्सपेक्टिव इन कोनहारमोनिक्स-फ्लैट स्पेस टाइम, प्रो। पीके साहू बिट्स पिलानी हैदराबाद में वार्म होल इन मॉडिफाइड ग्रेविटी एंड जनरल रिलेटिविटी, प्रो। वेंकटेश्वर तिवारी बीएचयू ने बेसमेन फंक्शन ऑन कंप्लीट फिनसलर स्पेस तथा डीजे प्रकाश कर्नाटक ने सम क्लास आफ केनमाटसू मैनीफोल्ड पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। विभिन्न टेक्नीकल सेशन में 24 रिसर्च स्कॉलर्स ने विषय विशेषज्ञों के सामने अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए।