- जहां मनोवैज्ञानिक और साइंस टीचर भी बता रहें कई कारण

- दीपमालाएं देखने से आती है सकारात्मक ऊर्जा

Meerut । पीएम मोदी ने रविवार को रात नौ बजे घरों की लाइट बंद करके दीए जलाने की अपील की है। इस बाबत लोगों का कहना है कि पीएम की अपील के बाद जो घरों के बाहर दीए जरूर जलाएंगे। साथ ही कोरोना को हराने का संकल्प भी लेंगे। वहीं मनोवैज्ञानिक व साइंस से जुड़े शिक्षाविद् इसके पीछे छिपे राज के बारे में अनुमान लगा रहे हैं। उनके मुताबिक पीएम घर बैठे करोड़ों लोगों की पॉजीटिव एनर्जी बनाए रखने के लिए ऐसा कर रहे है। ऐसा माना जा रहा है, ताकि वो घर बैठै लोगों के मन में किसी तरह का अवसाद न पैदा हो।

उम्मीद का प्रतीक है प्रकाश

कुछ मनोवैज्ञानिक इसे प्रकाश की उम्मीद का प्रतीक बता रहे है, तो कुछ के अनुसार लोगों में पॉजीटिव एनर्जी बनाए रखने के लिए पीएम ऐसा करा रहे है, ताकि उनके मन में अवसाद न रहे। कठिन समय में ऊर्जा बनी रहे और उत्साह भी बना रहे। वहीं साइंस के टीचर्स के अनुसार ये यूनिटी का सिम्बल है और वैक्टीरिया को खत्म करना भी इसके पीछे का राज है। तो वही कुछ टीचर्स इसको सकारात्मक ऊर्जा को जाग्रत करने का रीजन बता रहे है

क्या कहते है मनोवैज्ञानिक

दीपक जलाने से वातावरण की निगेटिविटी दूर होगी। साथ सकारात्मकता आएगी। लोगों में मन में सामूहिक रुप से कार्य करने से एक ऊर्जा का संचार होगा, एकता से ही मुश्किल घड़ी से उबरा जा सकता है इससे यूनिटी की भावना लोगो में जाग्रत होगी

डॉ। पूनम देवदत्त, मनोवैज्ञानिक

अग्नि की प्रकृित है विस्तारित करना, कोई भी संकल्प यदि अग्नि के समक्ष किया जाता है तो उसे दृढ़ता प्राप्त होती है मन मस्तिष्क में अधिक गहरे तक पहुंचता है। इसी प्रकार इस महामारी से लड़ने के लिए प्रतीकात्मक रुप से अग्नि लाएंगे तो संकल्पित होंगे मिलकर इस महामारी से लड़ने का संकल्प लेंगे। साथ ही लॉकडाउन का पालन करेंगे।

डॉ। अनिता मोरल, मनोवैज्ञानिक

इसका पहला रीजन है यूनिटी, इसके अलावा जब हम घी या तेल का दीपक जलाते है तो उससे कहीं न कहीं वैक्टीरिया वहीं खत्म हो जाते है हमारी बॉडी में प्रवेश नहीं कर पाएंगे और एक पॉजीटिव एनर्जी का संचार होगा, इसके अलावा सभी इस टास्क् में मौजूद होंगे तो सभी तरफ माहौल बदलेगा।

प्रो। संजीव कुमार शर्मा , फिजिक्स डिपार्टमेंट, सीसीएसयू

इसके पीछे यूनिटी को बढ़ावा देना है, इससे हर कोई इस मुहिम का हिस्सा बनेगा तो एक पॉजिटिव ऊर्जा का संचार होगा। ऐसे में जब अपने घर के बाहर दीपक जलाते हुए एक दूसरे को दिखेंगे तो एक यूनिटी का अहसास होगा। पॉजिटिविटी बढ़ेगी। यूनिटी देखकर मनोबल भी बढ़ेगा

प्रो। बीरपाल, एचओडी ऑफ फिजिक्स सीसीएसयू

दीपक में प्रकाश, अंधकार व नीला रंग मिलकर पीेलेपन की झलक देता है। इसे निहारने से आंखो की रोशनी बढ़ती है, वहीं रुई की बत्ती सरसों का तेल या देसी घी के दीपक को निहारने से हमारे अंदर सकारात्मक भाव पैदा होते है। काम, क्रोध, लोभ मोह व अहंकार पर नियंत्रण रहता है।

दीपक शर्मा, सचिव, प्रगति विज्ञान संस्था मेरठ एवं विज्ञान टीचर

---------

ये बहुत ही बेहतर तरीका है, एक टास्क की तरह हम पीएम की कही बातों को मानते है क्योकि उसके पीछे हमारे भले का राज भी छिपा है दूसरा हमें उससे एक भावना आती है की हम भी देश की मदद करने में सहयोग दे रहे है

पंकज, शास्त्रीनगर

क्या बच्चे क्या बड़े सभी को एक्साइटमेंट रहता है की मोदी जी कोई टास्क् दें और हम उसको पूरा करें हमें तो ऐसा लग रहा है कि शायद हम सभी मिलकर पीएम की कही बातों को मानें तो जल्द ही समस्या से निकला जा सकता है

पूजा, सदर