- नेपाल की तबाही का सिटी की मार्केट पर दिखने लगा असर
- नेपाल से आने वाले सामानों के शॉर्टेज होने के आसार
-चाइनीज प्रोडक्ट्स और नेपाल से आने वाले मसालों पर महंगाई का साया
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KANPUR। नेपाल में आए भूकंप के बाद अब महंगाई से जूझने की तैयारी भी शुरू कर लीजिए। भूकंप के बाद नेपाल में हुई तबाही का असर सिटी में भी दिखना शुरू हो गया है। नेपाल से सिटी में आने वाले तमाम प्रोडक्ट्स के रेट जल्द ही आसमान छूने वाले हैं, जिसमें सबसे ज्यादा असर चाइनीज मोबाइल पर पड़ेगा।
70 प्रतिशत तक डाउन हो जाएगी मार्केट
नेपाल में आई तबाही के बाद अब सिटी में मोबाइल मार्केट 70 प्रतिशत तक डाउन हो जाएगी। जिसका असर अभी से दिखना शुरू हो गया है। चाइनीज मोबाइल के रेट अभी से बढ़ना शुरू हो गए हैं। पब्लिक के लिए बुरी खबर ये है कि आने वाले कुछ दिनों में सभी चाइनीज प्रोडक्ट्स का यही हाल होने वाला है। सिटी में चाइनीज प्रोडक्ट्स का बहुत बड़ा कारोबार है। बिजली के बल्ब से लेकर वॉलेट तक हर तरह का चाइनीज सामान यहां पर बड़े पैमाने पर मिलता है। इलेक्ट्रानिक आईटम्स की तो बाढ़ है। भूकंप आने के बाद अब इन सामानों की शॉर्टेज होना शुरू हो गई है। नाम न छापने की शर्त पर एक कारोबारी ने बताया कि करीब 70 प्रतिशत तक मार्केट डाउन हो जाएगी। जब तक कि नेपाल से सही तरह से सप्लाई फिर से शुरू नहीं होती है।
डेली एक करोड़ का है बिजनेस
सिटी में हर दिन लगभग एक करोड़ का बिजनेस सिर्फ चाइनीज मोबाइल का होता है। सारा चाइनीज आईटम टैक्स चोरी करके सिटी के अंदर लाया जाता है। नेपाल के रास्ते करीब 80 प्रतिशत सामान आता है वहीं बैंकॉक से जहाज के रास्ते कोलकाता भी चाइनीज सामान आता है। नाम न छापने की शर्त पर एक कारोबारी ने बताया कि मोबाइल मार्केट में करीब क् करोड़ डेली का कारोबार चाइनीज मार्केट का होता है। वहीं चाइनीज खिलौनों की डेली सेल भी करीब ख्भ् लाख रुपए है।
ड्रैगन के टूटेंगे डंक
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक नेपाल में आई तबाही के बाद चाइनीज आईटम्स के रेट करीब ख्भ् प्रतिशत तक बढ़ जाएंगे, जिससे जाहिर तौर पर चाइना के प्रोडक्ट की सप्लाई इंडिया में कम हो जाएगी। यानी कि सीधे तौर पर नेपाल की तबाही ड्रैगन के डंक तोड़ देगी।
ये सेट्स तो मिलना मुश्किल
कुछ चाइनीज मोबाइल ऐसे भी हैं, जो सिर्फ नेपाल से ही आते हैं। जो अब कुछ दिनों के लिए मार्केट से गायब हो जाएंगे। केचाडू, जी-भ् रॉक व कुछ अन्य ऐसे मोबाइल सेट्स हैं। जो सिर्फ नेपाल से ही आते हैं।
सेट रेट
पहले अब
केचाडू क्ख्00 क्800
केनचिन्डा क्000 क्म्00
जी रॉक 900 क्800
लेनोवी क्फ्00 ख्000
मूजा 700 क्फ्00
हाका 900 क्म्00
नेपाल के रास्ते टैक्स चोरी करके चाइनीज माल लाया जाता है। नेपाल के बार्डर पर विभाग सख्ती भी रखता है। कई बार छापेमारी में ये बात सामने आ चुकी है।
- हरिनाथ सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर, एसआईबी, ट्रेड टैक्स
रुद्राक्ष की हो जाएगी शॉर्टेज
नेपाल में आए भूकंप का असर रुद्राक्ष की सप्लाई पर भी पड़ेगा। शिवाला में पूजन सामग्री की दुकान चलाने वाले केदार गौड़ ने बताया कि सिटी में रुद्राक्ष बनारस व अयोध्या आदि इलाकों से आता है। लेकिन वहां पर रुद्राक्ष की सप्लाई नेपाल से होती है। ऐसा अनुमान है कि नेपाल में भूकंप के बाद करीब फ्0 प्रतिशत तक रुद्राक्ष की शार्टेज हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सामान्य रुद्राक्ष ख्0 रुपये से लेकर क्000 रुपये तक में मिलता है। रुद्राक्ष एक मुखी से क्ब् मुखी तक होता है। नेपाल की तबाही की वजह से रुद्राक्ष के दाम में लगभग ख्0 प्रतिशत का बूम आएगा।
सब्जी-मसालों के बढ़ जाएंगे रेट
नेपाल से सप्लाई होने वाले मसालों के रेट भी बढ़ जाएंगे, जिसमें प्रमुख रूप से तेजपत्ता, दाल चीनी, तोमर बीज, दारू हल्दी, रीठा, जटर मासी, छड़ीला आदि ऐसे प्रोडक्ट्स हैं, जिनकी सप्लाई नेपाल से बड़ी मात्रा में होती है। हूलागंज में किराना कारोबारी रेवती रमन गुप्ता ने बताया कि फिलहाल तो अभी व्यापारियों के पास स्टॉक है, लेकिन धीरे-धीरे वह खत्म ही हो जाएगा। ऐसी दशा में इनके रेट बढ़ने तय हैं।
भ् करोड़ से ऊपर का है कारोबार
सिटी में इन मसालों का कारोबार भ् करोड़ से ज्यादा का है। आशीष ने बताया कि इन सभी मसालों के रेट ख्भ् प्रतिशत तक बढ़ जाएंगे। इसके अलावा जड़ी बूटी के मार्केट पर भी बड़ा असर पड़ेगा।