- छात्रा के साथ गैंगरेप को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स पर पुलिस का तांडव

- पुलिस ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, ठंड के बावजूद वाटर कैनन की की गई पानी की बौछार

-लाठीचार्ज में कई छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल

PATNA :

बेटियों के साथ रेप जैसे जघन्य अपराध से पूरे देश में उबाल है। पटना में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के अल्पना मार्केट के पास युवती से गैंगरेप की घटना का मामला उजागर होने के बाद

शुक्रवार गांधी मैदान के पास सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। वे न तो तोड़फोड़ कर रहे थे और न किसी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। ऊपर से मौसम भी प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं के साथ बेरुखी से पेश आ रहा था। ठंड के बीच बारिश हो रही थी। मौसम की बेरुखी के बीच शहर की एक बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर उतरे युवाओं के साथ नरमी से पेश आने की बजाय पुलिस ने लाठी और वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। अमानवीयता की सारे हदें पार करते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर ऐसे कार्रवाई की मानों उनका कारगिल चौक पर प्रदर्शन करना गुनाह हो। प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स ने कहा कि पुलिस की बर्बरता कहीं से भी जायज नहीं है। पुलिस की बर्बरता में एक दर्जन से अधिक स्टूडेंट्स पीएमसीएच में एडमिट हो गई हैं।

लड़कियों ने बंद कराया कॉलेज फिर जुटने लगा हुजूम

गैंगरेप को लेकर पटना के यूथ में शुक्रवार सुबह से ही आक्रोश था।

खराब मौसम के बावजूद छात्राएं एकजुट होने लगीं। उन्होंने सबसे पहले बीएन कॉलेज को बंद कराया।

देखते ही देखते सैकड़ों स्टूडेंट एकजुट हो गए। दोपहर से ही स्टूडेंट का हुजूम गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक पर पहुंचने लगा। चार के आसपास पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया और प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठियां बरसने लगी। कड़कड़ाती ठंड में वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। पुलिस की कार्रवाई में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। किसी का हाथ टूटा तो किसी की पीठ में गंभीर चोट लगी।

बयान को शर्मनाक बताया

देर शाम इस मामले को लेकर डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ एनके झा की ओर से एक रिलीज जारी की जाती है जिसमें घटना में शामिल दोषी छात्र की पहचान कर उसका नामांकन रद्द करने के बारे में आपात बैठक का जिक्र किया गया है। इसे लेकर छात्र संगठनों ने आपत्ति की है। दरअसल, दोषी पीयू कैंपस का छात्र नहीं है। लेकिन इस संबंध में पीयू प्रशासन की ओर से पड़ताल करने की बात कही गई है।

प्रतिरोध मार्च आज

गैंगरेप मामले में शामिल दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ शनिवार को दरभंगा हाउस से पीयू मेन गेट तक प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा। छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि सभी छात्रों के साथ मीटिंग करने के बाद यह फैसला किया गया है कि कारगिल चौक पर शनिवार को 11 बजे प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा।

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दो आरोपियों ने किया सरेंडर

गैंगरेप के दो आरोपियों ने शुक्रवार को सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। वहीं, दो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मामले में पुलिस हर एंगल से पड़ताल कर रही है। दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातर छापेमारी कर रही है। पुलिस दोनों आरोपियों के रिश्तेदारों के यहां भी छापेमारी कर रही है।

एफएसएल टीम करेगी कमरे की जांच

गैंगरेप मामला काफी गंभीर होता जा रहा है। घटना की बारीकी को देखते हुए एफएसएल टीम उस कमरे की फिर से जांच करेगी जहां पर छात्रा के साथ गैंग रेप हुआ है। पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया है। पुलिस हर एंगल से उस कमरे में साक्ष्य जुटाएगी। इसके बाद एफएसएल टीम पर बहुत ही बारीकी से जांच करेगी।

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वायस

पुलिस का बर्बर रवैया आपत्तिजनक है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर ऐसी अमानवीयता की जितनी निंदा की जाए वह कम है।

- मनीष कुमार, अध्यक्ष पीयू छात्र संघ

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इस घटना का जमकर विरोध करते है और इसमें शामिल बर्बर पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी की मांग करते हैं। इसके साथ पीयू वीसी से छात्राओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम की मांग करेंगे।

- सुशील कुमार राष्ट्रीय सचिव एआईएसएफ

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छात्राओं के साथ ऐसी शर्मनाक घटनाओं का क्या विरोध नहीं होना चाहिए। आखिर जब कोई सुनने को तैयार ही नहीं है तो छात्राएं प्रदर्शन न करें तो क्या करे।

- कोमल कुमारी

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न्याय की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस ने अमानवीय रवैया दिखाया है। प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर जमकर हिंसा हुई है। इस मामले को सार्वजनिक मंच भी उठाया जाएगा।

- प्राची कुमारी

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