- हाथ में पोस्टर बैनर लेकर निकले युवा, छात्राओं ने भी की बढ़चढ़कर हिस्सेदारी

- महिला छात्रावास के बाहर से निकली साइकिल रैली, चौराहे-चौराहे घूमी

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है। लगभग सभी पोलिटिकल पार्टीज ने चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस ली है। ऐसे में नेताओं से आम जनता तो सवाल पूछने के मूड में आ ही चुकी है। बेरोजगार युवा भी सवाल-जवाब के लिए ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। यूं तो इलाहाबाद में छात्र हित के मुद्दे पर कई छात्र संगठन सक्रिय हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनो में एक छात्र संगठन यूथ फॉर राइट टू एम्पलायमेंट ने तेजी से युवाओं के बीच जगह बनाई है। इस छात्र संगठन ने थर्सडे को साइकिल रैली निकाली। इसमें बड़ी संख्या में युवा छात्र-छात्राएं शामिल हुए। उनके अलावा बुद्धिजीवी, शिक्षाविद्, समाजसेवी भी शामिल रहे।

आमजन के सामने रखी अपनी बात

बेरोजगारी के मुद्दे पर निकली रोजगार अधिकार साइकिल रैली में शामिल युवा हाथों में तख्ती और बैनर लेकर निकले। इसमें कई गंभीर सवालों को स्लोगन के माध्यम से जनता के सामने रखा गया। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के महिला छात्रावास से निकली साइकिल रैली का नेतृत्व अनुपम सिंह, लक्ष्मण यादव, जगदीश सौरभ, अरस्तू चौधरी, शालू आदि ने किया। रैली में नारा दिया गया नहीं चलेगा तर्क-वितर्क हमें चाहिए राइट टू वर्क। इसमें करीब पांच सौ नौजवानों ने हिस्सा लिया और तकरीबन दौ सौ के आसपास लड़कियां भी शामिल हुई। रैली बालसन चौराहा, मेडिकल चौराहा, सुभाष चौराहा, म्योहाल से होते हुए चन्द्रशेखर आजाद पार्क में जाकर समाप्त हुई। बेरोजगार युवाओं ने तय किया है कि वे अपनी मांगों को लेकर सीएम अखिलेश यादव से मिलने जाएंगे।

इलाहाबाद से शुरुआत, दिल्ली तक पहुंचेगी आवाज

इसके लिए फ्राइडे को दिन में 11 बजे डीएम इलाहाबाद को ज्ञापन भी दिया जाएगा। छात्रों का कहना है कि सरकारें युवाओं को रोजगार देने के नाम पर गुमराह कर रही हैं। छात्रों का कहना है कि उन्होंने कुछ समय पूर्व एक मांगपत्र पीएम नरेन्द्र मोदी के अलावा सीएम अखिलेश यादव एवं प्रदेश के सभी विधायकों को भेजा। लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। लिहाजा यह छात्र आंदोलन सभी दलों के लिए चुनाव से पहले एक चुनौती बन जाए। इसके लिए प्रत्येक जिले में युवा आंदोलन की अलख जगाई जाएगी। यह छात्र संगठन अब तक कई नुक्कड़ नाटक, गोष्ठी व सभा का आयोजन कर चुका है। इसके चलते उसे व्यापक स्तर पर छात्र समुदाय का सपोर्ट मिल रहा है। छात्र संगठन की योजना इलाहाबाद के अलावा दिल्ली, भोपाल, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में भी छात्र युवा जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन करने की है। रैली में संजीव पासवान, आशीष मिश्र, अखिलेश यादव, विमल श्रीवास्तव, रमांकात, विकास गुप्ता, बागी विकास, अन्नु सिंह, अनुपम सिंह, पिंकी सिंह आदि शामिल रहे।

बेरोजगार युवाओं का है कहना

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- एनएसएसओ के आंकड़े बताते हैं कि रोजगार दर लगातार गिरती जा रही है।

- 2010 में 11 लाख नौकरियां सृजित हुई, 2015 में यह संख्या घटकर पांच लाख हो गई।

- पिछली तिमाही यह संख्या घटकर 91 हजार हो गई है।

- यूपी में खाली पदों की संख्या दस लाख से अधिक है।

- चार लाख से अधिक पद शिक्षकों के ही खाली हैं

- समूह ग और घ के भी 03 लाख 54 हजार पद खाली हैं।

- पुलिस महकमे में लगभग डेढ़ लाख पद खाली हैं आदि

- सरकार से मांग है कि एक पृथक आयोग बनाया जाए।

- जो पूरी नियुक्ति प्रक्रिया को निर्देशित करे।

- आयोग राष्ट्रीय स्तर और सभी प्रदेशों में बनाया जाए।

- यह आयोग उच्च स्तरीय समिति से संचालित हो।

- जिससे इसका राजनीतिकरण न हो सके।

- इसके पास न्यायिक अधिकार भी होने चाहिए।