-शहर के प्रतिबंधित क्षेत्रों में अब भी धड़ल्ले से चल रहे पैडल व ई-रिक्शे,

-ट्रैफिक पुलिस व स्थानीय थानों की पुलिस भी इन्हें रोक पाने में नाकाम, बना हुआ है जाम का झाम

स्मार्ट सिटी बनारस में स्मार्ट ट्रैफिक व्यवस्था करने के लिए आये दिन नए-नए प्लान तैयार किया जा रहा है, लेकिन दो दिन चलने के बाद ही सारे प्लान धड़ाम हो जा रहे हैं. शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए एएसपी आनंद कुलकर्णी ने तीन माह पहले सिटी की कई मुख्य सड़कों पर पैडल व ई रिक्शों को सुबह आठ से रात 10 बजे तक न चलाने का आदेश दिया था, लेकिन उनके इस आदेश को हवा में उड़ा दिया गया. आज भी पैडल व ई रिक्शे प्रतिबंधित सड़कों पर बेधड़क दौड़ रहे हैं. इन्हें न तो ट्रैफिक पुलिस रोक पा रही है और न ही स्थानीय थानों की पुलिस. इसका नतीजा है कि प्रतिबंधित क्षेत्रों में भी इनके चलने से वहां के लोगों के लिए जाम लगने की समस्या आज भी तस है.

जिम्मेदारी गए भूल

शहर में जाम न लगे. इसके लिए एसएसपी ने 28 दिसंबर 2018 को मरीमाई, मलदहिया, साजन तिराहा, सिगरा चौराहा, रथयात्रा के अलावा कई अन्य मेन सड़कों पर भी पैडल व ई रिक्शों का संचालन न होने देने का निर्देश दिया था. इन मार्गो पर इन रिक्शों के आवागमन को रोकने की जिम्मेदारी स्थानीय थाने की पुलिस व ट्रैफिक पुलिस को दी गई थी. लेकिन ये जवान इस आदेश को भूल गए. इसका रिजल्ट है कि रिक्शा चालकों के हौसले बुलंद हैं और वे प्रतिबंधित क्षेत्रों में भी अपना वाहन दौड़ाने से जरा भी नहीं हिचक रहे हैं.

तो इसलिए लग रहा जाम

एसएसपी ने जिस उद्देश्य से यह प्रतिबंध लगाया था, वह आज भी पूरा नहीं हो सका है. प्रतिबंध के बावजूद इन सड़कों पर बेतरतीब चल रहे पैडल व ई-रिक्शों की वजह से पीक आवर में डेली जाम लग जा रहा है. इसमें पैडल रिक्शों की संख्या तो कम है लेकिन सबसे ज्यादा समस्या ई-रिक्शा वाले पैदा कर रहे हैं. इनके जहां तहां घुस आने से जाम लगने की समस्या बढ़ जा रही है. अगर इन पर सख्ती की जाए तो इन सड़कों पर जाम की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है.

ऐसे चलना है रिक्शा

निर्देश के अनुसार मरीमाई, मलदहिया, साजन तिराहा, सिगरा चौराहा, रथयात्रा एरिया में किसी भी रिक्शे को जाने पर रोक है. इसमें यदि कोई पैडल या ई- रिक्शा तेलियाबाग से अंधरापुल होते हुए नदेसर जाना चाहता है, तो उस पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है. इसी तरह यदि कोई रिक्शा महमूरगंज से सिगरा चौराहा होते हुए सोनिया जाना चाहता है, तो सड़क पार करने पर प्रतिबंध नहीं है. रेलवे स्टेशन के आसपास पैडल रिक्शा व ई- रिक्शा का संचालन परेड कोठी मार्ग से तथा कैंट रोडवेज बस स्टेशन के बगल वाले मार्ग से लहुराबीर से जयसिंह चौराहा होते हुए इंग्लिशिया लाइन तक पैडल व ई-रिक्शा आवामगन कर सकते हैं.

शहर में कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुबह 8 से रात 10 बजे तक रिक्शों के चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है. फिर किसी एरिया में अगर आदेश का पालन नहीं हो रहा है वहां तत्काल कार्रवाई की जाएगी.

आनंद कुलकर्णी, एसएसपी

यहां रिक्शे चलन परे है रोक

मरीमाई चौराहा

मलदहिया रोड

साजन तिराहा

सिगरा चौराहा,

रथयात्रा

दशाश्वमेध

एक नजर

07

हजार से ज्यादा शहर में दौड़ रहे ई-रिक्शे

02

हजार के करीब हैं पैडल रिक्शे

01

हजार के करीब हैं ट्रॉली