क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: रिम्स में सालों बाद व्यवस्था बदलने जा रही है. जहां 60 साल के बाद रिम्स का अलग एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग होगा. वहीं एक ही छत्त के नीचे मंत्री से लेकर अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था होगी. इतना ही नहीं स्टूडेंट्स सेक्शन का भी अलग आफिस होगा. जहां पर स्टूडेंट्स की समस्याओं के समाधान के लिए अलग-अलग काउंटर भी बनाए जाएंगे. बताते चलें कि 60 सालों से स्टूडेंट्स सेक्शन एक ही कमरे में चल रहा है. वहीं स्टूडेंट्स को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

रिम्स से निकले हजारों डॉक्टर्स

रिम्स की स्थापना के बाद से ही स्टूडेंट्स, सेक्शन एक कमरे में चल रहा है. जहां से हजारों डॉक्टर्स पास आउट होकर देश-विदेश के बड़े शहरों में सर्विस दे रहे हैं. वहीं हजारों डॉक्टर्स का डॉक्यूमेंट भी गठरी में बांधकर रखा पड़ा है. जहां कुछ डॉक्यूमेंट तो दीमक का निवाला भी बन गए हैं. अब नए भवन में जाने के बाद सबकुछ व्यवस्थित हो जाएगा. इसके अलावा स्टूडेंट्स के बैठने की भी व्यवस्था होगी.

22 करोड़ की एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग

हॉस्पिटल से अलग इस बिल्डिंग का निर्माण 22 करोड़ रुपए से कराया गया है. इसमें अलग-अलग सेक्शन के साथ ही कांफ्रेंस हॉल भी है. एक साथ कई विभागों की बैठक भी की जा सकेगी. वहीं हेल्थ मिनिस्टर के चैंबर में ही मीटिंग की भी व्यवस्था होगी. इसके अलावा अधिकारियों का अलग सेक्शन होने से काम भी प्रभावित नहीं होगा.

अगले महीने तक शिफ्ट होगा पूरा ऑफिस

हॉस्पिटल के संचालन को लेकर सरकार ने अब डॉक्टरों को एडमिनिस्ट्रेशन से मुक्त कर दिया है. ऐसे में आईएस और जेएएस अधिकारियों को एडमिनिस्ट्रेशन की जिम्मेवारी सौंपी गई है. जहां डायरेक्टर को छोड़ सभी अधिकारियों की नियुक्ति सरकार करेगी. अब इनके बैठने के लिए नई बिल्डिंग में पूरी जगह होगी.

सेपरेट स्टोर में दवाएं रहेंगी सुरक्षित

स्टोर में पूरे हॉस्पिटल की दवा से लेकर जरूरी इक्विपमेंट्स रखे जाते हैं. लेकिन कई जगहों पर स्टोर में शिपेज और जगह की कमी से परेशानी होती है. अब नई बिल्डिंग में स्टोर भी शिफ्ट होगा. जहां पर दवा से लेकर जरूरी इक्विपमेंट्स और केमिकल आदि सुरक्षित रहेंगे. इसके अलावा मॉनिटरिंग के लिए हर जगह सीसीटीवी भी होंगे, ताकि गड़बड़ी की संभावना भी न रहे.