रांची : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के ओंकोलॉजी विभाग ने सोमवार को बड़ी उपलब्धि हासिल की। यहां कैंसर की पहली सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न हुई। ओंकोलॉजी (कैंसर और ट्यूमर के अध्ययन और उपचार से संबंधित चिकित्सा विज्ञान की एक शाखा) विभाग के भवन बनने के पांच साल बाद यह उपलब्धि हासिल हुई है। गोड्डा की रहने वाली 58 वर्षीया हुरो के ब्रेस्ट कैंसर का सफल ऑपरेशन रिम्स के ओंको सर्जन डॉ। रोहित झा एवं डॉ। अजीत कुमार कुशवाहा ने किया है। इसमें सवा घंटे का समय लगा है।

सफल रही सर्जरी

डॉ। रोहित झा ने बताया कि ओंकोलॉजी विभाग में पहली बार हुई कैंसर की सर्जरी सफल रही। सर्जरी के बाद सैंपल जांच के लिए पैथोलॉजी विभाग में भेजा गया है। रिपोर्ट के आने के बाद ही मरीज को कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इधर, बताया गया कि एक और कैंसर मरीज की सर्जरी करने की तैयारी की गई थी, लेकिन किसी कारण से उसे अगले दिन के लिए टाल दिया गया। बता दें कि कैंसर विभाग में अभी सप्ताह में दो दिन सोमवार और शुक्रवार को सर्जरी के लिए दिन तय किया गया है।

अब बाहर जाने से राहत

अब कैंसर के मरीजों को सर्जरी के लिए प्रदेश के बाहर के अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। रिम्स में ही उनकी सर्जरी हो सकेगी। ओंकोलॉजी भवन में ऑपरेशन थियेटर (ओटी) के बन जाने और चिकित्सकों की बहाली हो जाने से यह सबकुछ संभव हो सका है। अब तक ओटी की व्यवस्था नहीं होने के कारण कैंसर से पीडि़त मरीज रिम्स आकर लौट जाते थे। उनकी सर्जरी नहीं होने के कारण उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ता था। फिलहाल, सर्जरी के बाद मरीजों को कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी भी दी जा सकेगी।

सर्जरी के लिए 200 मरीज कतार में

कैंसर से पीडि़त करीब 200 मरीज रिम्स में भर्ती के लिए कतार में खड़े हैं। इस संख्या में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। अब रिम्स के सामने सीमित संसाधन में ही चिकित्सकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने की चुनौती है। बताया गया कि सर्जरी के शुरू होते ही करीब 200 कैंसर मरीजों ने ओंकोलॉजी विभाग के चिकित्सकों से संपर्क किया है। वे लंबे दिनों से सर्जरी के इंतजार में बैठे हैं।

यह रिम्स के लिए बड़ी उपलब्धि है। रिम्स के ओंकोलॉजी में फिलहाल पांच दिनों तक सर्जरी होगी। दो दिन के बदले इसकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिल सके।

डॉ। डीके सिंह, निदेशक, रिम्स।

सर्जरी टीम के सदस्य :

ओंको सर्जन डॉ। रोहित झा व डॉ। अजीत कुमार कुशवाहा, एनेस्थेइस्ट डॉ। उषा, डॉ। गौरव, डॉ। भारती व डॉ। नसीम, सिस्टर इंचार्ज विनीता किस्पोट्टा तथा ओटी तकनीशियन मनोज कुमार उपाध्याय आदि।