-रिम्स में फिर बंद हुआ ब्लड टेस्ट

-बायो-केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की मशीन फिर खराब

RANCHI: रिम्स की मशीनें कहीं कमीशन के चक्कर में जान-बूझ कर खराब तो नहीं की जा रही हैं। जी हां, एकबार फिर बायो केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की मशीन खराब हो गई है। इससे हॉस्पिटल में इलाज कराने आने वाले मरीजों का ब्लड टेस्ट फिर नहीं हो रहा है। हॉस्पिटल के बाहर टेस्ट कराने में मरीजों की जेब कट रही है। ऐसे में यह आशंका बलवती हो रही है कि कहीं कमीशन कमाने के चक्कर में मशीनें जानबूझ कर खराब तो नहीं की जा रही हैं।

बार-बार खराब हो रही मशीन

जानकारी के अनुसार, बायो-केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की मशीन शायद ही कभी ठीक रहती है। बार-बार मशीन की रिपेयरिंग तो हो रही है, लेकिन कुछ दिन में ही मशीन दोबारा खराब हो जा रही। इस कारण बाहर टेस्ट कराने में मरीजों को जेब कटानी पड़ रही है। पैथोलॉजी वाले मरीजों के परिजनों से मनमाना चार्ज वसूल रहे हैं।

डॉक्टर को मिल रहा कमीशन

हॉस्पिटल में हर दिन हजारों पेशेंट्स इलाज के लिए पूरे झारखंड और आसपास के राज्यों से आते हैं। इनमें सैकड़ों लोगों को डॉक्टर ब्लड टेस्ट के लिए भी लिखते हैं। इसके बावजूद हॉस्पिटल की मशीन खराब है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि किसे फायदा पहुंचाने के लिए हॉस्पिटल की मशीनों की रिपेयरिंग नहीं कराई जा रही है? कहीं ऐसा तो नहीं कि मशीन को जानबूझकर खराब किया जा रहा है, ताकि बाहर से टेस्ट कराने पर डॉक्टरों को कमीशन पहुंच जाए।

पहले भी खराब पड़ी थी कई मशीनें

पिछले कई दिनों तक रिम्स में एआरटी सेंटर की मशीन, एमआरआई मशीन, एबीजी मशीन, सिटी स्कैन मशीन, आटो एनालाइजर मशीन सहित डेंटल ओपीडी की दो मशीनें खराब पड़ी थीं। इस कारण महीनों मरीजों को भारी परेशानी हुई। कई मरीज तो मशीन ठीक होने के इंतजार में टेस्ट ही नहीं करा पाए।