RANCHI : रिम्स में मरीजों को टेस्ट कराने के नाम पर ठगने वाला दलाल शनिवार को सिक्योरिटी के हत्थे चढ़ गया। बाद में उसे बरियातू थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। दलाल की पहचान कांके गांधीनगर के आजाद चौधरी के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि धनेश्वर गोराई मरीज की रिपोर्ट मेडाल लैब से दिलाने के नाम पर तीन सौ रुपये लिए थे। इसके बाद भी वह रिपोर्ट नहीं दिला पाया। साथ ही उसने बताया कि पिछली बार खून की दलाली करते हुए उसे अरेस्ट किया गया था। लेकिन थाने से दो हजार रुपए देकर वह छूट गया था।

कंप्लेन पर फुटेज से हुई पहचान

पुरूलिया से इलाज के लिए आए धनेश्वर गोराई को डॉक्टर ने टेस्ट के लिए लिखा था। लेकिन उन्हें शुक्रवार तक रिपोर्ट नहीं मिली। इस बीच आजाद चौधरी ने परिजनों को रिपोर्ट दिलाने के एवज में उनसे 300 रुपए ठग लिए। इसके बाद वह दोबारा रिपोर्ट लेकर नहीं आया। जिसकी कंप्लेन मरीज के परिजनों ने सिक्योरिटी सुपरवाइजर से की। सीसीटीवी फुटेज से दलाल की पहचान किए जाने के बाद शनिवार को उसे पकड़ लिया गया।

एफआईआर के लिए टाल-मटोल

सिक्योरिटी सुपरवाइजर और सैप के जवान दलाल को लेकर डीएस के पास पहुंचे। साथ ही उनसे आगे की कार्रवाई के लिए कहा। इस पर डीएस डॉ। संजय ने उन्हें ही एफआईआर कराने को कह दिया। तब सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने कहा कि इस मामले में रिम्स प्रबंधन और मेडाल की ओर से एफआईआर कराया जाना चाहिए। लेकिन डीएस इस मामले में गंभीर नहीं दिखे।