RANCHI:रिम्स के नर्सेज हॉस्टल के कमरों में नर्सो का अवैध कब्जा है। उन्हें रहने के लिए तो एक कमरा अलॉट किया गया, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने तीन से चार कमरों पर कब्जा जमा लिया है। रिम्स प्रशासन ने कमरों को अवैध कब्जे से खाली कराने की कवायद तो शुरू कर दी है, पर वे कमरे छोड़ने को तैयार नहीं हैं। स्थायी नर्सो को रहने के लिए रिम्स प्रशासन की ओर से नर्सेज हॉस्टल का एक-एक कमरा अलॉट किया गया था। यहां रहने के दौरान ही कई नर्सो ने धीरे-धीरे कई कमरों पर कब्जा जमा लिया। हालत है कि कुछ नर्सो के कब्जे में दो तो कुछ का तीन अथवा चार कमरों में कब्जा है। इन्होंने सभी कमरों में अपने सामान भर दिए हैं। नर्सो का कहना है कि सामान ज्यादा हो जाने के एक कमरे में रहना मुश्किल है।

पहले भी मरीजों के बीच हो चुकी है मारपीट (पास्ट हिस्ट्री का लोगो)

18 मई 2015

रिम्स के न्यूरो वार्ड में 18 मई की देर रात कई मरीजों के परिजनों ने हंगामा कर दिया था। बाहर पड़े मरीजों को वार्ड में शिफ्ट नहीं करने को लेकर यह हंगामा हुआ था। जबरदस्ती करने पर मरीजों के परिजन हंगामा करने लगे और गार्ड से भिड़ गए थे।

1 जून 2015

रिम्स के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मरीज की मौत पर परिजनों ने एक जून की रात हंगामा कर दिया था। इस दौरान परिजनों ने डॉक्टर तक को बंधक बना लिया था। स्थिति और बिगड़ती इससे पहले ही बरियातू थाना पुलिस पहुंच गई और गा‌र्ड्स व पुलिस ने मिल कर मामले को शांत करा लिया। मरीज की मौत हो जाने पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया था

सर्जरी वार्ड में भी हुई थी हाथापाई

सर्जरी वार्ड के आईसीयू में इलाज करा रहे एक बच्चे के परिजनों और डॉक्टर के बीच हाथापाई हुई थी। बताया जाता है कि एक बच्चे को इंजेक्शन देने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। इसके बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इस पर परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंचे गा‌र्ड्स ने मामले को शांत कराया था।