पूजन का विधि-विधान रखने वालों को किसी पवित्र सरोवर में या गंगा जी में स्नान करना चाहिए। यदि गंगा जी तक नहीं जा सकते हैं तो घर में ही प्राप्त जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए। सर्व प्रथम पहले सुबह 108 बार आपको इन चीजों को मिला कर उससे हाथ और पैर धोने चाहिए।

किस तरह करें पूजा और दान

गोबर, तुलसी, गंगा जल, चंदन, तेल, आंवला, गंगाजल और गोमूत्र मिलाकर हाथ और पैर धोएं। इसके बाद 108 बार कुल्ला करें।108 बार पूजाघर में घंटी बजाओ। नवीन वस्त्र धारण करके गणेश जी की पूजा करें। ऋषि पंचमी की कथा सुनें और कथा सुनकर पूजन की सामग्री मंगा लें। पूजन करने के बाद केला भी चढ़ाना चाहिए और उसे निकालकर के हाथ फेर कर के किसी भी ब्राह्मण को दान दे दें। दिन में 1 बार खाना खाना चाहिए। इसमें दूध, दही और चीनी के आलावा हल से जोतकर उपजाई हुई चीजों का बिल्कुल सेवन न करें। बस फल और मेवा मिष्ठान ही ग्रहण करें।

-ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक पांडे