- रिस्पना को साफ करने की सिर्फ योजना ही बना पाया नगर निगम

- नगर निगम का बहाना, बरसात के कारण नहीं हो पाया योजना पर काम

- नदी की सफाई के लिए रखा था 50 लाख का बजट

<- रिस्पना को साफ करने की सिर्फ योजना ही बना पाया नगर निगम

- नगर निगम का बहाना, बरसात के कारण नहीं हो पाया योजना पर काम

- नदी की सफाई के लिए रखा था भ्0 लाख का बजट

DEHRADUN:DEHRADUN: रिस्पना नदी को गंदगी मुक्त करने को लेकर नगर निगम सिर्फ बहानेबाजी कर रहा है। निगम ने ठीक बरसात से पहले नदी को गंदगी मुक्त करने के लिए योजना बनाई और अब बरसात को ही बहाना बनाकर काम न हो पाने की बात कही। अब निगम फिर नदी की सफाई की योजना बनाने की बात कर रहा है।

ये है असली हकीकत

रिस्पना हाल ही में गंदी नहीं हुई, ये तो बरसों से गंदी है और नदी के किनारों पर शहर का कूड़ा भी लगातार डाला जाता रहा है। निगम को इस नदी की सुध इसलिए लेनी पड़ी थी, क्योंकि दीपनगर इलाके की क्क्वीं की छात्रा गायत्री ने इस मसले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का ध्यान खींचा था। निगम ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए आनन-फानन में रिस्पना को साफ करने के लिए योजना बनाई थी।

ये थी निगम की प्लानिंग

रिस्पना की गंदगी को साफ करने के लिए निगम ने भ्0 लाख रुपए का बजट तय किया था। नदी में गंदगी के सर्वे और उसके निस्तारण के लिए पांस सदस्यों की एक कमेटी गटित की गई थी। कमेटी की सर्वे रिपोर्ट के बाद नदी को साफ करने की कवायद शुरू की जानी थी। नाला गैंग और निगम के संसाधनों के जरिए नदी से कचरा उठाया जाना था। लेकिन, योजना पर काम नहीं हो पाया। आलम यह है कि रिस्पना नदी आज भी गंदी है और गंदगी के अंबार नदी के किनारे दिख रहे हैं।

अब दोबारा टेंडर की बात

बरसात निपटने के बाद अब एक बार फिर रिस्पना में गंदगी का अंबार देखने को मिल रहा है। अब नगर निगम का कहना है कि नदी को साफ करने के लिए दोबारा योजना बनाई जाएगी। योजना के जल्द ही टेंडर कराए जाएंगे और इस पर काम शुरू करवाया जाएगा।

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रिस्पना की गंदगी साफ करने के लिए नगर निगम ने योजना बनाई थी। लेकिन, तब तक बरसात शुरू हो गई। इसके कारण योजना पर काम नहीं हो पाया। अब दोबारा से टेंडर किए जाएंगे।

विनोद चमोली, मेयर, नगर निगम।