पिछले दिनों आमिर ख़ान के चर्चित कार्यक्रम सत्यमेव जयते में अजित सरकार हत्याकांड के मामले पर चर्चा हुई थी और इस हत्याकांड में पप्पू यादव की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं.

अजित सरकार हत्याकांड में कई वर्षों तक जेल में रह चुके पप्पू यादव को पटना हाई कोर्ट ने बरी कर दिया है और अब वे जेल से बाहर हैं.

वे इस बार राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव भी लड़ रहे हैं.

सच्चाई से परे

फिर भी पप्पू यादव की पसंद हैं आमिरपिछले साल पटना हाई कोर्ट ने सबूतों के अभाव में पप्पू यादव को बरी कर दिया.

बीबीसी के साथ विशेष बातचीत में पप्पू यादव ने कहा कि सत्यमेव जयते कार्यक्रम में जो दिखाया गया, वो सच्चाई से परे है और प्रायोजित था.

पप्पू यादव ने कहा कि आमिर का जो कैरेक्टर रहता है, उसे आप व्यक्तिगत जीवन से नहीं जोड़ सकते.

उन्होंने कहा, “हो सकता है कि उनकी भी कोई मजबूरी रही होगी. लेकिन इसका क्या मतलब है. कोई किसी का फेवरिट नहीं होगा.”

14 जून 1998 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक अजित सरकार की पूर्णिया में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी.

निचली अदालत ने वर्ष 2008 में पप्पू यादव को इस मामले में दोषी ठहराया था और आजीवन क़ैद की सज़ा सुनाई थी.

लेकिन पिछले साल पटना हाई कोर्ट ने सबूतों के अभाव में पप्पू यादव को बरी कर दिया.

सीबीआई ने पप्पू यादव को बरी किए जाने के ख़िलाफ़ अपील की है. ये मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है.

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