-बीत गए साल अब तक खत्म नहीं हुआ फोर लेन का काम
-खराब सड़क बन रही पब्लिक के लिए मुसीबत
भिखारीपुर-अमरा फोर लेन निमार्ण कार्य पूरा होने का नाम ही नहीं ले रहा है। पिछले एक साल से काम हो रहा लेकिन इसकी गति इतनी धीमी है कि पूरा होने में काफी वक्त लगेगा। ठेकेदारों की मनमानी के चलते अब तक एक लेन भी तैयार नहीं हो सका है। सारा समय सिर्फ रोड के दोनों साइड मिट्टी और गिट्टी पाटने में ही बीत गया है। काम की सुस्ती का ही नतीजा है कि हर छह माह में काम पूरा होने का वक्त बढ़ा दिया जाता है। एक बार फिर डेडलाइन बढ़ा दी गई है। सर्विस लेन से फोर लेन नीचा होने से यहां रोज हादसे होते रहते है। रात में अंधेरा होने से बाइक सवार सर्विस लेन की वजह से गिर रहे हैं।
समस्या नहीं तो लेट क्यों
फोर लेन बनाने की शुरुआत सितंबर 2018 में हुई थी। इस काम को पूरा करने के लिए साल की शुरुआत में चार माह की डेडलाइन रखी गई थी। लेकिन काम शुरू होने में ही चार माह बीत गए। काम पूरी नहीं हुआ तो समय सीमा मई माह में तक बढ़ा दी गई। इसके बाद नवंबर में का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन अब तक एक लेन भी तैयार न होने से एक बार इसकी डेड लाइन बढ़ाकर मार्च 2019 कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क पर लगे बिजली के पोल, पेड़ और पानी के पाइप लाइन काम में बाधा बन रहे थे। हालांकि अब सभी समस्याओं को हल किया जा चुका है। अब मार्च तक काम पूरा करा लिया जाएगा।
कैंट सड़क भी बदहाल
कैंट रोड एक्सिडेंटल बन गयी है। यही नहीं शहर की तमाम सड़कें हैं जहां डेवलपमेंट वर्क बेहद सुस्त चाल से चल रहा है। कैंट से लहरतारा फ्लाई ओवर का निर्माण पिछले पांच साल से सुस्त गति से हो रहा है। इसके चलते कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर रोडवेज बस स्टैंड तक का खराब रास्ता खराब पड़ा है। यहां पैदल चलना बेहद मुश्किल होगा है।
एक नजर
30
करोड़ रुपए है प्रोजेक्ट की लागत
4.5
किमी सड़क होना है फोर लेन
20-20
फीट रोड होना है चौड़ा दोनों साइड में
300
से ज्यादा लोग हो चुके हैं रोड की वजह से घायल दो माह में
हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि समय पर सड़क तैयार हो जाए। त्योहार के चलते अवकाश में मजदूरों के घर जाने से काम प्रभावित हो जाता है। सर्विस लेन तैयार कराया जा रहा है। मार्च तक फोर लेन भी तैयार हो जाएगा।
एसके अग्रवाल, एसई-पीडब्ल्यूडी
पूरा नहीं हुआ सीवर का काम
करीब दो किमी लंबे सिगरा-महमूरगंज रोड पर करीब डेढ़ साल से सीवर का काम चल रहा है। लेकिन अभी यह काम पूरा नहीं हो सका है। खोदाई के चलते हर तरफ मिट्टी फैली है। काम को लेकर तेजी नहीं आ रही है।