रांची: संडे को लालपुर से डिस्टलरी पुल तक जाने में या फिर कोकर से लालपुर पहुंचने में लोगों के पसीने छूटने लगे हैं। इस सड़क पर तीन सौ मीटर के दायरे में पांच सौ छोटी-बड़ी गाडि़यां सड़क पर ही खड़ी कर दी जाती हैं, जिससे यहां जाम लग जाता है। यह परेशानी नई नहीं है, लेकिन इसके समाधान के लिए जो प्रयास शुरू हुआ था, उस पर ग्रहण लग चुका है।

एक करोड़ का प्रोजेक्ट ठप

डिस्टलरी पुल के नीचे अंडरग्राउंड मार्केट बनाया जा रहा था। डिप्टी मेयर के फंड से एक करोड़ की लागत से इस मार्केट का निर्माण हो रहा था। लेकिन, बीच में ही इस मार्केट का निर्माण कार्य बंद हो गया है। इस वजह से मीट-मछली का अस्थायी बाजार सड़क के दोनों ओर लगाया जा रहा है। संडे को बढ़े पैमाने पर मीट-मछली खरीदने के लिए लोग यहां आते हैं। कोई निश्चित पार्किग स्थल नहीं होने के कारण लोग अपनी गाडि़यों को सड़क पर ही खड़ी करते हैं। यही वजह है कि यहां जाम का नजारा आम हो जाता है। अगर डिस्टलरी पुल पर मार्केट बन जाता, तो 100 दुकानों को यहां शिफ्ट कर दिया जाता। मुसीबत यह है कि इस मार्केट का काम 50 परसेंट पूरा हो चुका है, लेकिन पैसे नहीं मिलने के कारण निर्माण कर रही एजेंसी ने अपना काम समेट लिया है।