- परिवहन निगम ने बसों के कंडम होने का वक्त दो वर्ष बढ़ाया

- नियमों के बदलाव के लिए मुख्यालय ने परिवहन निगम को दिया निर्देश

<- परिवहन निगम ने बसों के कंडम होने का वक्त दो वर्ष बढ़ाया

- नियमों के बदलाव के लिए मुख्यालय ने परिवहन निगम को दिया निर्देश

BAREILLY:

BAREILLY:

नियमों में हेरफेर करके परिवहन निगम प्रबंधन ने कंडम हो चुकी बसों एक बार फिर रोड पर दौड़ाने के लिए तैयार है। इससे परिवहन निगम को तो मुनाफा जरूर होगा, लेकिन पैसेंजर्स की सेफ्टी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए। क्योंकि, जो बसें छह साल में कंडम हो जाती थीं। अब वह आठ साल तक पैसेंजर्स को लेकर चलेंगी। करेगा।

वर्ष व किमी में हेराफेरी

नियमों के बदलाव के लिए मुख्यालय इस संबंध में परिवहन निगम के एसएम को निर्देश मिल चुका है। नए नियमों के मुताबिक नई बसों की रोड पर दौड़ने की मियाद छह साल से बढ़ाकर आठ साल कर दी गई है। वहीं रेनोवेट बसों की मियाद को आठ की जगह दस साल कर दिया गया है। जबकि बसों के किमी में भी मुख्यालय ने बदलाव किया है। अब नई बसें आठ लाख और रेनोवेट बसें दस लाख किमी की जगह क्रमश: दस और ग्यारह लाख किमी चलने के बाद कंडम घोषित होंगी।

फ्0 बसों की बढ़ी लाइफ

दरअसल, मुख्यालय ने बसों के पहले के निर्धारित समय पर बसों के कंडम घोषित करने की जगह बेहतर मेंटेनेंस पर ध्यान देने की बात कही है। ताकि उन बसों को एक नई जिंदगी देकर पैसेंजर्स की सेवा में लगाई जा सके। मुख्यालय के इस फैसले के बाद बरेली परिवहन निगम के करीब फ्0 बसों की लाइफ बढ़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि यदि नियमों में बदलाव नहीं होता है इस साल तक निगम की फ्0 बसें कंडम घोषित करना होता लेकिन, अब इन्हें बेहतर मेंटेनेंस के जरिए दो साल और रोड पर दौड़ाया जाएगा।

बॉक्स मैटर

नई बस की मियाद

पहले- म् साल या 8 लाख किलो मीटर।

अब - 8 साल या क्0 लाख किलो मीटर।

रेनोवेट बस की मियाद

पहले - 8 साल या क्0 लाख किलो मीटर।

अब - क्0 साल या क्क् लाख किलो मीटर।

मुख्यालय ने बसों के कंडम होने के वक्त बढ़ा दिया गया है। मुख्यालय से इस संबंध में निर्देश प्राप्त हुए हैं। नए निगम से बरेली परिवहन निगम के फ्0 बसों की लाइफ बढ़ गई है।

आरबीएल, एआरएम, टेक्निकल, वर्कशॉप