-लावारिस हाल में सिमटी पुलिस की कार्रवाई

-माल की होती बरामदगी, हाथ नहीं आते तस्कर

GORAKHPUR:

शहर के भीतर रोडवेज की बसों से तस्करी आसान काम है। बसों में सामान का पैकेट बनाकर आसानी से इधर से उधर किया जाता है। बसों से होने वाली तस्करी पर किसी की नजर नहीं पड़ती। त्योहारी सीजन में अभियान चलाकर कार्रवाई करने वाली टीम लावारिस हाल माल बरामद कर कोरम पूरी कर लेती है। पुलिस की जांच बस अड्डे से शुरू होकर वहीं खत्म हो जाती है। खाने-पीने के सामान से लेकर कीमती वस्तुओं की तस्करी का मामला पकड़ा जा चुका है। रोडवेज के अधिकारी भी इस बात को लेकर गंभीरता नहीं दिख्ाते हैं।

नेपाल से लेकर अन्य शहरों तक पहुंचता सामान

रोडवेज की बसों से तस्करी आसान होने की वजह से कैरियर इससे ज्यादा सफर करते हैं। रास्ते में कभी कभार कस्टम या पुलिस की टीम जांच करती हुई मिलती है। वरना आसानी से गोरखपुर तक सामान पहुंच जाता है। नेपाल से माल गोरखपुर पहुंचना हो या फिर कानपुर, लखनऊ, वाराणसी या अन्य किसी जगह से पार्सल के रूप में सामान इधर से उधर हो जाता है। पार्सल में क्या पैक है। इस बारे में कोई पूछताछ कर बजाय ड्राइवर और कंडक्टर सामान ढो देते हैं। रोडवेज डिपो पर बस पहुंचने के पहले तस्करों के कैरियर माल ढुलाई के जुट जाते हैं। यदि कभी सूचना पर कार्रवाई हुई तो यह सारा सामान बरादगी के बावजूद लावारिस हाल में दाखिल हो जाता है। कानूनी पचड़े से बचने के लिए रोडवेज के अधिकारी भी कोई इंटरेस्ट नहीं लेते। दीपावली और होली के त्योहारों में खोआ और नकली पनीर की बरामदगी सामान्य बात है।

इस वजह से आसान है तस्करी

रोडवेज की बसों में सामान लेकर चलने पर कोई प्रापर जांच नहीं होती है।

नेपाल से आने वाली बसों में कभी कभार कस्टम डिपार्टमेंट की जांच करती है।

झोले और लगेज के भीतर क्या सामान रखा है। इसकी स्कैनिंग काफी मुश्किल होती है।

मामूली रकम के लालच में रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर भी आसानी से सामान रख लेते हैं।

सीट के नीचे, बस के लगेज में लावारिस सामान रखकर तस्कर, कैरियर दूसरे वाहन से चलते हैं।

हाल के दिनों में हुई बरामदगी

08 सितंबर 2019: सोनौली से गोरखपुर आ रही रोडवेज की बस में सीट के नीचे रखी साढ़े नौ किलो चरस बरामद हुई। करीब 30 लाख रुपए की कीमत चरस लावारिस हाल में गोरखपुर में आ रही थी। पीपीगंज में मुखबिर की सूचना पर जांच हुई।

29 नवंबर 2019: लखनऊ से गोरखपुर आ रही रोडवेज की बस की जांच हुई। रौनाही टोल प्लाजा के पास लखनऊ टीम यूपी 53 सीटी 2608 नंबर की बस से चार थैलों में रखे 493 तोते बरामद किए।

09 अप्रैल 2019: नेपाल बार्डर के रुपईडीहा में रोडवेज की बस से काली मिर्च, एक कुंतल से अधिक सुपारी और आठ किलो इलायची बरामद हुई।

28 दिसंबर 2018: भारत नेपाल मैत्री सेवा की बस से हार्डवेयर, जैकेट, कई ब्रांड के सामान बरामद हुए। बस दिल्ली से काठमांडू जा रही थी।

वर्जन

तस्करी के मामले मे पुलिस को सूचना दी जाती है। रोडवेज के किसी कर्मचारी की मिलीभगत होने पर विभागीय जांच के आधार पर एक्शन लिया जाता है। अन्य तरह की जांच पड़ताल करने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है।

डीबी सिंह, रीजनल मैनेजर, यूपी रोडवेज गोरखपुर