- यूपी रोडवेज एमडी के आदेश के बाद रीजनल ऑफिस ने शुरू की तैयारी

GORAKHPURÑ

फ्लाइट और ट्रेन के संचालन की घोषणा के बाद अब यूपी रोडवेज ने बसों को सशर्त चलाने की तैयारियां शुरू कर दी है। यूपी रोडवेज मुख्यालय के दिशा-निर्देश के बाद गोरखपुर रीजनल मैनेजर ने बस स्टेशन और बसों की सफाई के साथ-साथ सेनिटाइजेशन का काम शुरू कर दिया है। बस संचालन के दौरान जारी गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन कराने की जिम्मेदारी आरएम, एआरएम, बस स्टेशन के सुप्रीटेडेंट से लेकर ्ड्राइवर व कंडक्टर की होगी।

गाइडलाइन से चलेंगी बसें

रोडवेज बसें अभी प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला तक पहुंचाने के लिए चलाई जा रही हैं। ऐसे में यह भी निर्णय लिया गया है कि बसों को भी चलाया जाए। यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के आरएम डीवी सिंह ने बताया कि मुख्यालय के आदेश पर गोरखपुर रीजन में बसें चलाई जाएंगी। उसके लिए ग्रामीण एरिया में चलने वाली बसों को प्राथमिकता पर रखा जाएगा। साथ ही साथ हम उन रूट्स पर बसों को चलाएंगे जो 60 परसेंट लोड फैक्टर वाले रूट्स हैं। जैसे गोरखपुर से देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज। कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार नए नियमों के तहत बसों का संचालन किया जाएगा।

क्या है नियम

- बिना मास्क पहने किसी भी यात्रियों को बस स्टेशन कैंसपल में एंट्री नहीं मिलेगी।

- बस में कंडक्टर सीट के सामने सेनिटाइजर की बोतल रखी होगी।

- हाथों को सेनिटाइज करने के बाद ही यात्री अपनी सीट पर बैठेंगे।

-इसके अलावा कंडक्टर और ड्राइवर भी मास्क लगाकर ही बस में सवार हो सकेंगे।

-कंडक्टर और ड्राइवर को अलग से सेनिटाइजर की बोतल मिलेगी।

- छोटी बस में 20 और बड़ी बस में तीस यात्री ही सवार हों सकेंगे।

- सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए भी बस अड्डे के एक गेट से यात्रियों की एंट्री होगी तो दूसरे से निकल सकेंगे।

वर्जन

जिस मार्ग पर हमारा लोड फैक्टर अच्छा है, उन्हीं मार्ग पर बसें संचालित होंगी। इसके अलावा डिमांड के अनुसार और यात्रियों के उपलब्धता के आधार पर बसों का संचालन ग्रामीण इलाकों में कराया जाएगा। बस स्टेशन परिसर समेत बसों का सेनिटाइजेशन शुरू कर दिया गया है। एक जून से संचालन प्रस्तावित है।

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