- मिस कम्युनिकेशन के चलते नहीं पहुंचे 50 फीसदी कर्मचारी

-यात्रियों को उठानी पड़ी भारी परेशानी

Meerut: रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बुधवार को चक्का जाम की घोषणा की थी। लेकिन मांगों को माने जाने पर हड़ताल स्थगित कर दी गई। ठीक से सूचना प्रसारित न होने के चलते लगभग 50 फीसदी कर्मचारी सुबह काम पर नहीं पहुंचे। जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री बसों के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए।

किया हंगामा

बसें न मिलने के चलते भैसाली और सोहराब गेट दोनों बस अड्डों पर यात्रियों ने बस न मिलने पर जमकर हंगामा काटा। साथ ही रोडवेज अफसरों को खरी-खोटी सुनाई। आरोप है कि जब समझौता हो गया था, तो बसें क्यों नहीं चलाई जा रही है।

मिस कम्युनिकेशन

रोडवेज अधिकारियों व कर्मचारियों का मानना है कि मिस कम्युनिकेशन के चक्कर में कुछ कर्मचारी नहीं आए। जिसके चलते कुछ बसें दोपहर तक खड़ी रही। इसलिए ही यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

क्या कहना है इनका

हड़ताल के बारे में पता नहीं था। बस अड्डा आया तो पता चला कि हड़ताल थी।

-विवेक, यात्री

जरूरी काम से गाजियाबाद जाना था। लेकिन सुबह से वेट करने के बाद 1 बजे बस मिली।

-राजीव, यात्री

आज तो दिन ही खराब हो गया। हड़ताल के बारे में अखबारों के माध्यम से पता चला था। लेकिन सुबह फिर समाप्त होने की सूचना भी मिली, पर बस तीन घंटे वेट करने के बाद भी नहीं मिली।

-उदय, यात्री

सूचना प्रसारित न होने की वजह से इक्का-दुक्का कर्मचारी नहीं पहुंच पाए थे। बाकी सभी कर्मचारियों ने काम किया है।

-मनोज पुंडीर, आरएम