- रेलवे की तर्ज पर लंबी दूरी के पैसेंजर्स को किराये में छूट देगा रोडवेज

- यात्रियों की संख्या बढ़ाकर घाटा कम करना है विभाग का मकसद

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VARANASI

यदि आप रोडवेज बस से सफर करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल रोडवेज ने अब लंबी दूरी के यात्रियों को सौगात देने का प्लान बनाया है। रेलवे की तर्ज पर रोडवेज ने लम्बी दूरी की यात्रा में 5 से 20 फीसदी किराये में राहत देने की योजना बनाई है। अभी तक रोडवेज यात्रियों से 1.04 रुपये प्रति किमी की दर से किराया लेता है। इससे न केवल रोडवेज बस में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी बल्कि विभाग का घाटा कम होगा।

हर दिन पांच लाख का नुकसान

रोडवेज विभाग लम्बे समय से घाटा झेल रहा है। इसके चलते सरकार पर लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है। रोडवेज को एक बस से प्रतिदिन करीब सात सौ रुपये का नुकसान हो रहा है। रोडवेज के बेड़े में एसी और नॉन एसी की कुल 541 बसें हैं। यानी विभाग को प्रतिदिन पांच लाख का नुकसान हो रहा है, जबकि शासन का लगातार राजस्व बढ़ाने पर फोकस है। इसी को ध्यान में रखकर रोडवेज विभाग ने लम्बा सफर करने वाले यात्रियों को राहत देने की योजना बनाई है।

डग्गामार बढ़ा रहे घाटा

शहर पांच सौ से अधिक डग्गामार बसें दौड़ती हैं, जिनका रोडवेज डिपो के इर्द-गिर्द जमावड़ा रहता था। इससे रोडवेज को काफी नुकसान हो रहा था। आए दिन सवारी को लेकर रोडवेज विभाग के कंडक्टर और डग्गामार वाहनों के ड्राइवर से मारपीट भी होती थी। शासन के निर्देश पर डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया गया, लेकिन इससे रोडवेज के यात्रियों की संख्या में मात्र 10 से 20 फीसद की वृद्धि हुई, लेकिन रोडवेज के घाटे पर बहुत खास असर नहीं पड़ा। इसलिए रोडवेज का लक्ष्य अब ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को रिझाने का है।

यह है योजना

टीएफएस योजना के तहत सौ किलो मीटर तक सफर करने वाले यात्रियों के किराया में कोई कमी नहीं आएगी। इससे अधिक किलोमीटर होने पर टीएफएस किराया का लाभ यात्रियों को मिलेगा। इसमें डेढ़ फीसद से 15 फीसद तक किराया कम हो जाएगा। यह किराया एसी व नॉन एसी बसों में लागू किया जाना है। वाराणसी से लखनऊ का किराया 450 रुपये है। नये सिस्टम लागू होने पर किया 395 रुपये हो जाएगा। दिल्ली जाने वाले यात्रियों के किराया में पांच फीसद तक कमी आयेगी।

वर्जन

शासन के निर्देश पर रोडवेज विभाग ने राजस्व बढ़ाने पर फोकस किया है। रेलवे के टीएफएस योजना की तर्ज पर बसों का किराया तय करने की योजना बन रही है। इसके लागू हो जाने से लम्बी दूरी के यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही रोडवेज की आय भी बढ़ेगा।

-एसके राय, क्षेत्रीय प्रबंधक

-541 बसें हैं वाराणसी रेंज में

-305 ड्राइवर हैं डिपो में

-382 कंडक्टर हैं डिपो में