-बनारस-आजमगढ़ रूट पर रोडवेज अनुबंधित बसें हो रही है कम, दस बस मालिकों ने रोडवेज से तोड़ा अनुबंध

-सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के गढ़ में खराब सड़कें बनी रोडवेज के लिए लॉस की वजह, आजमगढ़ से सांसद है मुलायम सिंह यादव

VARANASI

रोडवेज के इनकम की राह में बदहाल सड़कें ब्रेकर बन गई हैं। वह भी सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में रोडवेज को करारा झटका लग रहा है। आजमगढ़ सड़क के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। बनारस-आजमगढ़ रूट पर रोडवेज से अनुबंधित फ्भ् बसेज में दस बसों ने अपना अनुबंध तोड़ दिया है, जबकि अन्य बस मालिक भी अनुबंध तोड़ने के लिए आरएम को लेटर लिख चुके हैं। अनुबंध तोड़ने के पीछे एकमात्र कारण आजमगढ़ की खराब सड़कें है। एकाएक बनारस-आजमगढ़ रूट से दस बसों की कमी का असर रोडवेज बस स्टेशन पर साफ देखने को मिल रहा है। आजमगढ़ रूट के यात्रियों को घंटों कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर बसेज का इंतजार करना पड़ रहा है। हालांकि बसेज की भरपाई के लिए रोडवेज ने एक्स्ट्रा दस बसेज बनारस-आजमगढ़ रूट पर लगाया है। लेकिन बदहाल सड़कों पर चलने से रोडवेज की बसेज भी आये दिन वर्कशॉप में खड़ी हो जा रही है।

वॉल्वो ने भी बदल लिया अपना रास्ता

दोहरा कष्ट झेल रहे रोडवेज के पास अब ऑप्शन भी नहीं बचा है कि खराब सड़क पर कैसे रोडवेज बस का संचालन किया जाये। बदहाल सड़क के कारण ही भारत-नेपाल मैत्री वॉल्वो का रूट भी डायवर्ट कर दिया गया है। पहले बनारस-आजमगढ़-गोरखपुर-सोनौली होते हुए काठमाण्डू वॉल्वो जा रही थी लेकिन खराब सड़क की वजह से अब आजमगढ़ रूट के बजाय गाजीपुर रूट से वॉल्वो काठमाण्डू जा रही है। एक तो वॉल्वो की दूरी बढ़ी ऊपर से आजमगढ़ के पैसेंजर्स की तरह वॉल्वो को गाजीपुर के पैसेंजर्स भी नहीं मिल रहे हैं।

आरएम ने पीडब्ल्यूडी को लिखा लेटर

आजमगढ़ रूट की खराब सड़क की मरम्मत कराने के लिए रोडवेज आरएम पीके तिवारी ने पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को लेटर लिखा है। ताकि बदहाल सड़क की रिपेयरिंग हो सके और बसों का संचालन स्पीड पकड़ सके। आजमगढ़ के भी रोडवेज अधिकारियों ने लोकल डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर लिख कर सड़क रिपेयरिंग कराने की मांग की है।

रोडवेज से अनुबंधित दस बसों ने अपना अनुबंध तोड़ लिया है, जबकि अभी कई बस मालिकों ने अनुबंध तोड़ने के लिए लेटर लिख चुके हैं। यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए आजमगढ़ रूट पर दस बसेज एक्स्ट्रा लगाई गई हैं।

पीके तिवारी

आरएम, रोडवेज कैंट