दस साल आयु हुई पूरी, अप्रैल तक आएंगी नई बसों की खेप

150 सीएनजी और 50 इलैक्ट्रिक बसों का होगा संचालन

Meerut। महानगर सिटी बस सेवा के नए बस डिपो की कवायद लोहियानगर में जल्द शुरू हो सकती है। सोमवार को एमडीए ने एमसीटीएस को लोहियानगर में जमीन सुपुर्द कर दी। इसके बाद अब रोडवेज जल्द से जल्द बस अड्डे के निर्माण का काम शुरु करने की कवायद में जुट गया है। वहीं दूसरी तरफ इस नए बस अड्डे से रोडवेज नई बसों का ही संचालन करेगा। क्योंकि सिटी ट्रांसपोर्ट की अधिकतर डीजल बसें अपनी दस साल की आयु पूरी कर चुकी हैं और इस साल उनका संचालन बंद होना है।

सीएनजी का होगा संचालन

दरअसल 2009 में महानगर सिटी बस सेवा के तहत 180 के करीब मिनी, कमल और लो फ्लोर बसों का संचालन शुरु किया गया था। साल 2019 में दस साल पूरा होने पर इन बसों का संचालन अब मेरठ में नही हो सकेगा। इसके लिए एमसीटीएस ने छह माह पहले ही नई बसों की डिमांड मुख्यालय भेज दी थी। इसके तहत 50 इलेक्ट्रिक बसों के लिए टेंडर हो चुका है और 150 के करीब सीएनजी बसों के लिए दिसंबर माह में टेंडर होना है।

इलेक्ट्रिक बस का सफर

नई बसें मिलने के बाद भी बसों के संचालन में चार्जिग प्वाइंट की कमी बसों के संचालन में बाधा बन सकती है। ऐसे में लोहियानगर में प्रस्तावित नया बस डिपो बनने के बाद ही इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शहर में शुरु होगा। इसलिए पहली खेप सीएनजी बसों की रहेगी, लेकिन इस पर अभी टेंडर नही हो सका है दिसंबर माह में टेंडर होने के बाद संभवता अप्रेल माह तक सीएनजी बसें मेरठ को मिल सकती है।

बसों की डिमांड मुख्यालय से की जा चुकी है उनके स्तर से टेंडर प्रक्रिया की जा रही है तब तक पुरानी बसों का ही संचालन किया जाएगा।

राजेश कुमार, एमडी