-डीजीपी ने वारदातों में रिकवरी न होने पर जताई है नाराजगी

-टॉप कैरेट लूटकांड में रिकवरी शून्य और डेहलीवरी में रिकवरी सिर्फ 10 हजार

BAREILLY: टॉप कैरेट ज्वैलरी शोरूम में 1 करोड़ की लूट खुलासा हो या फिर डेहलीवरी कंपनी के ऑफिस में सवा तीन लाख रुपए की लूट दोनों में ही जब रिकवरी की बात आती है तो फिर सवाल खड़े ही होते हैं। जहां टॉप कैरेट लूटकांड में रिकवरी के नाम पर जीरो था तो वहीं डेहलीवरी कंपनी के ऑफिस में लूट में भी रिकवरी सिर्फ 60 हजार रुपए ही हुई है। इसी तरह से कोई भी डकैती, लूट या फिर चोरी हो, सभी में पुलिस का रिकवरी का रिकार्ड काफी खराब है। बरेली डिस्ट्रिक्ट का 1 जनवरी से 30 जून तक का रिकार्ड देखें तो 1,79,46,312 रुपए की संपत्ति चोरी और लूटी गई, जबकि रिकवरी सिर्फ 38,81,400 रुपए की हुई जो सिर्फ 21 परसेंट ही है। वेडनसडे रात डीजीपी ओपी सिंह ने भी वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान सभी एडीजी, आईजी और कप्तानों से वारदातों में रिकवरी न होने पर नाराजगी जताई है।

डकैती का अभी एक ही केस दर्ज

बरेली पुलिस के रिकार्ड की मानें तो जून तक 1 डकैती की वारदात में 20 हजार रुपए की रकम गई थी लेकिन इसमें रिकवरी शून्य हुई है। इसी तरह से लूट की वारदातों में 70,58,800 रुपए की संपत्ति गई, जिसमें से सिर्फ 13,10,000 रुपए की संपत्ति ही रिकवर हो सकी। इसी तरह से चोरी की बात करें तो 58 लाख रुपए की संपत्ति चोरी में सिर्फ 18 लाख की ही रिकवरी हो सकी है। जिससे साफ है कि हर मामले में रिकवरी का रिकार्ड खराब है। सभी मामलों को जोड़ दें तो 1 करोड़ 79 लाख की संपत्ति में सिर्फ 38 लाख 81 हजार की ही रिकवरी हो सकी है। बरेली डिस्ट्रिक्ट में रिकवरी जहां 21 परसेंट है तो पूरे रेंज की रिकवरी का परसेंटेज 25 परसेंट है। पूरे रेंज में 3,97,64,000 रुपए की संपत्ति की चोरी व लूट हुई, जिसमें रिकवरी 1,01,56,000 रुपए की हुई है। जबकि बरेली रेंज के अन्य डिस्ट्रिक्ट की बात करें तो अन्य जिलों में रिकवरी का परसेंट बरेली से कहीं अधिक है।

केस 1-टॉप कैरेट लूटकांड

लूट 1 करोड़ की बरामदगी जीरो

4 जून को पीलीभीत बाईपास पर टॉप कैरेट ज्वैलर्स के शोरूम में करीब 1 करोड़ रुपए की ज्वैलरी की लूट की वारदात हुई थी। इस वारदात का एसटीएफ ने खुलासा किया लेकिन जब रिकवरी की बात आयी तो आंकड़ा शून्य था। एसटीएफ ने निर्मल के अकाउंट में जमा करीब 8 लाख रुपए सीज कराने की बात कही लेकिन पुलिस न तो ज्वैलरी बरामद कर सकी और न ही ज्वैलरी की रकम। अभी तक मेन आरोपी सतनाम और राजेश उर्फ झंडू भी नहीं पकड़ा गया है।

केस 2-डेहलीवरी लूटकांड

31 जुलाई को डेहलीवरी कंपनी के ऑफिस में लूट की वारदात हुई। असिस्टेंट मैनेजर ने 3 लाख 25 हजार रुपए की लूट के बारे में बताया था। पुलिस तीन दिन में 6 लुटेरों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन अभी तक सिर्फ 60 हजार रुपए ही बरामद हुए हैं, जो लूटी रकम का 18 परसेंट ही है। पुलिस की मानें तो चंद्रपाल अभी फरार है, जिसके पास ही लूट की बाकी रकम है। जबकि पुलिस पहले मान रही थी कि लूट की रकम राजेंद्र के पास होगी।

बरेली में रिकवरी का परसेंटेज

क्राइम संपत्ति बरामदगी परसेंट

डकैती 20000 0 0

लूट 7058800 1310000 18.5

गृहभेदन 5039012 844000 13.7

चोरी 5828500 1727400 29.6

लूट-चोरी की वारदातों में रिकवरी का परसेंटेज काफी कम है। डीजीपी के निर्देश पर सभी जिलों को अधिक से अधिक रिकवरी के निर्देश दिए हैं।

डीके ठाकुर, आईजी रेंज