LUCKNOW : चिनहट इलाके में गुरुवार देररात दो घरों में पड़ी डकैती का पुलिस अभी सुराग भी नहीं लगा सकी थी कि शनिवार देररात डेढ़ दर्जन से ज्यादा नकाबपोश डकैतों ने काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव के आधा दर्जन घरों में डकैती की वारदात को अंजाम दे डाला। इस दौरान डकैतों ने विरोध पर करीब 70 राउंड फायरिंग की। डकैतों ने मोर्चा लेने वाले कटौली गांव के प्रधान के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि पांच लोग गोली लगने से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। डकैत पांच घरों से कैश, ज्वैलरी समेत अन्य सामान लूट ले गये। डकैत दोनों गांवों में करीब दो घंटे तक तांडव करते रहे और लोग मदद के लिए चीख पुकार मचाते रहे। इस दौरान दर्जन भर से ज्यादा लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके मदद मांगी, लेकिन उन्हे मदद मिलने में करीब 45 मिनट से ज्यादा का समय लग गया। घटना की जानकारी होने पर देररात एसएसपी और आईजी रेंज भी मौके पर पहुंच गये और जांच पड़ताल की। डकैत इस कदर बेखौफ थे कि गांव में पुलिस फोर्स होने के बाद भी दूसरे गांव में डकैती डालते रहे। वहीं एसएसपी ने वारदात के बाद काकोरी एसओ को सस्पेंड कर दिया। घटना की जानकारी होने पर रविवार सुबह से ही गांव में नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।

 

- ग्राम प्रधान के बेटे की मौत, नौ घायल

- पुलिस की मौजूदगी में चार सौ मीटर की दूरी पर डकैतों ने दोबारा डाला डाका

- मौके पर पहुंचे एसएसपी और आईजी रेंज

- गांव में आक्रोश, पीएससी को तैनात किया गया

 

चुपचाप सो जाओ, हम डाका डाल रहे है

डकैती की पहली वारदात काकोरी के बनियाखेड़ा में हुई। जहां पूर्व प्रधान इंद्रपाल यादव अपने परिवार के साथ रहते हैं। रात करीब एक से डेढ़ बजे के बीच असलहों से लैस 14 से 15 नकाबपोश डकैतों ने उनके घर धावा बोल दिया। पूर्व प्रधान इंद्रपाल यादव ने बताया कि डकैत दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गये और सभी को कमरे में बंद कर दिया। डकैत घर से कैश और ज्वैलरी समेत अन्य सामान लूट ले गये। डकैतों ने इंद्रपाल की पत्नी सरोजनी यादव को एक कमरे में बंद कर दिया और कहा की चुपचाप सो जाओ, हम डाका डाल रहे हैं। उन्होंने मदद के लिए शोर मचाया तो पड़ोस में रहने वाली शालू और देवेंद्र मदद के लिए दौड़े। इस पर डकैतों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में छर्रे शालू और देवेंद्र को लग गए और दोनों घायल हो गए। इस बीच वीर सिंह नाम का युवक मदद के लिए आगे बढ़ा डकैतों ने उसके चेहरे पर लोहे की रॉड से हमला कर उसको भी घायल कर दिया।

 

दो युवक को मारी गोली

पूर्व प्रधान इंद्रपाल के घर के बाद डकैतों ने किसान सुनील के घर धावा बोला। डकैत किसान सुनील के घर घुस तो गए, लेकिन उन्हें वहां से कुछ नहीं मिला। इसके बाद डकैत सड़क पर बने किसान रघुनाथ यादव के घर दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। डकैतों ने घर में मौजूद रघुनाथ उनकी पत्नी ज्ञानवती, बेटे जगतपाल, उसकी पत्नी शर्मिला, उसके बेटे मोहित, शिवांशु और बेटी कविता को असलहे के बल पर बंधक बना लिया। इसके बाद डकैतों ने एक-एक कमरे की तलाशी ली और 10 हजार रुपये कैश, एक लाख की ज्वेलरी उठा ले गये। किसान रघुनाथ के परिवार के लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर छत पर भागे तो बाहर मौजूद डकैतों ने फायरिंग कर दी। गोली किसान के पोते मोहित और उनके पड़ोसी मनीष यादव उर्फ लल्ला को लगी और दोनों घायल हो गए। यहां लूटपाट का विरोध होने पर डकैतों ने करीब 20 राउंड फायरिंग की। अचानक फायरिंग की इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। डकैतों ने इस दौरान गांव में रहने वाले रमेश के घर भी धावा बोल दिया। बदमाश रमेश के घर से 9 हजार रुपये नकद और बक्सा उठा ले गए। जिसे तफ्तीश के दौरान पुलिस ने कुछ दूर बाग से बरामद किया।

 

मांगते रहे मदद, नहीं पहुंची पुलिस

गांव में डकैतों की मौजूदगी और लगातार हो रही फायरिंग से घर में दुबके लोगों ने मदद के लिए पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करना शुरू किया। गांव में रहने वाले शिव प्यारी, शालू, रिंकू साहू समेत दर्जनभर से ज्यादा लोगों ने शिकायत की। पीडि़तों का कहना है कि वह लगातार कंट्रोल रूम में बात करते रहे, लेकिन उन्होंने तत्काल मदद नहीं मिल सकी। 45 मिनट बाद पुलिस की एक पीआरवी वैन मौके पर पहुंची। पीआरवी वैन में तैनात पुलिसकर्मियों ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। उधर, डकैती की सूचना मिलते ही एसएसपी दीपक कुमार कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और जांच पड़ताल शुरू की ।

 

पुलिस की मौजूदगी में डाला डाका

इधर, प लिस अधिकारी बनियाखेड़ा गांव में छानबीन कर ही रहे थे। उधर, डकैत पड़ोसी गांव कटौली में डकैती की वारदात को अंजाम दे रहे थे। डकैतों ने कटौली गांव में रहने वाले दो सगे भाई अजय कुमार यादव और कैलाश यादव के घर डकैती डाली। डकैत अजय और कैलाश के घर से 40 हजार रुपये कैश, ज्वेलरी, एक स्टिल कैमरा लूट ले गये। इस दौरान विरोध होने पर डकैतों ने कैलाश के सिर पर बंदूक की बट से वार कर घायल कर दिया और उसकी पत्नी पूनम को भी मारा पीटा। डकैतों ने कैलाश के पांच साल के मासूम बेटे निशांत पर असलहा तान दिया। वहीं जब अजय की पत्नी ने विरोध किया तो डकैतों ने अजय की पत्नी पुष्पा पर रॉड से हमला कर उसका पैर तोड़ दिया। इसके बाद डकैत पड़ोस में बने राम चंदर के घर जा पहुंचे। डकैतों ने रामचंदर और उनकी सास फूलमती से मारपीट करते हुए फायरिंग की।

 

युवक की गोली मारकर की हत्या

गांव में फायरिंग की आवाज सुन राम चंदर के पड़ोस में रहने वाले भाई ग्राम प्रधान हरीशंकर यादव का बेटा अभिषेक उर्फ कोमल (19) जाग गया और मदद के लिए दौड़ पड़ा। रामचंदर के घर के जब अभिषेक पहुंचा तो वह असलहाधारी डकैतों से टकरा गया। अभिषेक ने हिम्मत दिखाते हुए डकैतों से मोर्चा ले लिया। परिजनों के अनुसार अभिषेक ने एक बदमाश को पकड़ लिया, लेकिन डकैतों ने अभिषेक पर दो से तीन गोलियां दाग दी। गोली अभिषेक के सीने पर लगी और वह लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा। पुलिस के आने के बाद उसे इलाज के लिए तत्काल ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

 

देखती रह गई पुलिस

इस बीच बनियाखेड़ा गांव में मौजूद पुलिस को जब कटौली गांव में फायरिंग की आवाज सुनाई दी तो पुलिस अधिकारी दौड़ते हुए वहां पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश भाग चुके थे। एक साथ दो गांव में डकैती और फायरिंग की सूचना मिलते ही आईजी जयनारायण सिंह भी मौके पर पहुंच गये। इसके बाद पुलिस बल ने दोनों गांव में बदमाशों की तलाश के लिए काबिंग शुरू की। पुलिस की कई टीमों ने चारों तरफ सर्च आपरेशन किया और हाईवे तक पहुंचे, लेकिन उन्हें वहां कुछ भी हाथ नहीं लगा। राजधानी में इस सनसनीखेज वारदात को देखते हुए एसएसपी ने काकोरी एसओ यशवंत सिंह को सस्पेंड कर दिया और पीआरओ संजय पांडेय को काकोरी की जिम्मेदारी दी। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमों को डकैतों की तलाश में लगाया गया है।

 

काकोरी की घटना चिनहट की तर्ज हुई है। वारदात का तरीका बता रहा है कि दोनों जगह एक ही गैंग ने वारदात को अंजाम दिया है। काकोरी में डकैतों ने करीब 15 से 20 राउंड गोलियां चलाई हैं। पूरे इलाके में कांबिंग कराई जा रही है। साथ ही कई पुलिस टीमें आस-पास के जिले में भेजी गई हैं।

- दीपक कुमार, एसएसपी

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