नई दिल्ली (पीटीआई)। 2015 के बाद से भारतीय टीम से बाहर चल रहे कर्नाटक के बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा को उम्मीद है कि, वह एक दिन टी 20 क्रिकेट में बतौर फिनिशर वापसी करेंगे। उथप्पा का मानना ​​है कि उनके पास अभी भी एक और "विश्व कप बचा है"। उथप्पा, जो 2007 की एकदिवसीय विश्व कप टीम के सदस्य थे और 2007 टी-20 वर्ल्डकप विजेता टीम के सदस्य रहे, उन्होंने आखिरी बार राष्ट्रीय टीम के लिए जुलाई 2015 में जिंबाब्वे दौरे के दौरान खेला था। 34 वर्षीय इस बल्लेबाज ने साल 2011 से भारत के लिए सिर्फ आठ वनडे और चार टी 20 खेले हैं।

मेरे अंदर की आग जल रही

दाएं हाथ के बल्लेबाज रहे रॉबिन उथप्पा ने क्रिकइन्फो से बातचीत में कहा, 'अभी मैं प्रतिस्पर्धी होना चाहता हूं। मेरे अंदर आग जल रही है। मैं वास्तव में प्रतिस्पर्धा करना चाहता हूं और अच्छा करना चाहता हूं। मैं ईमानदारी से मानता हूं कि मेरे पास एक और वर्ल्डकप बचा है। इसलिए मैं उसका पीछा कर रहा हूं, खासकर सबसे छोटा प्रारूप मेरा लक्ष्य है।' हालांकि उथप्पा को लगता है, इसके लिए उन्हें किस्मत की भी जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा, 'लेडी लक या भगवान का आर्शीवाद जो भी आप कहें, भारत में इसकी काफी अहमियत होती है। हालांकि भारत के बाहर यह मायने नहीं रखता।'

निभाना चाहता हूं फिनिशर की भूमिका

उथप्पा ने कहा, 'मैंने अभी तक उम्मीद नहीं छोड़ी है। वह जब तक सपना पूरा नहीं कर लेते, संन्यास नहीं लेंगे। आप खुद को कभी भी मैदान छोडऩे के लिए नहीं कहेंगे। यदि आप मानते हैं कि आपके पास क्षमता है और आपको एक मौका मिलता है, तो उसे लपकना होगा। मुझे अभी भी विश्वास है कि चीजें मेरे रास्ते जा सकती हैं और मैं शायद एक हिस्सा हो सकता हूं।' भारत के लिए टॉप ऑर्डर में बैटिंग करने वाले उथप्पा अब फिनिशर बनने को तैयार हैं। भारतीय टीम में एक फिनिशर की भूमिका को देखते हुए वह कहते हैं, 'मैं जो करने की कोशिश कर रहा हूं वह यह सुनिश्चित करने के लिए है कि मैं अच्छी तरह से तैयार हूं। यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा हूं कि मैं मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हूं।'

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