-रेसर बाइक से पब्लिक के लिए मुसीबत बनते जा रहे बदमाश

-एक प्लेट पर तीन-तीन नंबर का स्टीकर लगाकर कर रहे वारदात

GORAKHPUR: शहर में पुलिस की चेकिंग को धता बताकर पब्लिक के लिए मुसीबत बने बदमाशों पर शिकंजा कसेगा। गलत नंबर लगाकर लूटपाट की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग के पकड़े जाने के बाद पुलिस हरकत में आई है। एसपी सिटी के निर्देश पर गुरुवार को शहर में अभियान शुरू किया गया। मानक के विपरीत नंबर प्लेट होने पर चेकिंग के दौरान उसे ठीक कराया जाएगा। इसमें आने वाले खर्च की भरपाई संबंधित व्हीकल के ऑनर करेंगे। एसपी सिटी ने बताया कि लुटेरों का गैंग बाइक पर तरह-तरह के नंबर लगाकर वारदातों को अंजाम दे रहा है। इसलिए चेकिंग का दायरा बढ़ाया जाएगा।

भगवा कलर की प्लेट से पुलिस को दे रहे थे झांसा

शहर में ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए चेकिंग अभियान चलता है। आम पब्लिक भले भी इसकी जद में आ जाए। लेकिन शातिर बदमाश, चोर, लुटेरों पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है। आठ अक्टूबर को क्राइम ब्रांच और शाहपुर पुलिस की कार्रवाई में आरपीएफ रेलवे कालोनी के पास चेन लुटेरों का एक गैंग पकड़ा गया। उनके पास से चार महंगी बाइक बरामद हुई। कई दिनों से शहर में घूम-घूमकर वारदात कर रहे बदमाश बाइक पर गलत नंबर प्लेट लगाकर पुलिस को झांसा दे रहे थे। वारदात के दौरान हिंदी में लिखे अक्षरों को देखकर पब्लिक भी कन्फयूज हो जाती थी। जबकि, लोगों को झांसा देने के लिए बदमाशों ने नंबर प्लेट की सतह पर भगवा कलर की नंबर प्लेट लगा रही थी। चेकिंग के दौरान अपने आप को एक पार्टी से जुड़ा हुआ बताकर आराम से निकल जाते थे।

एक नंबर प्लेट पर तीन-तीन नंबर का स्टीकर

बदमाशों ने पुलिस को बताया कि ओरिजनल नंबर प्लेट पर तीन तरह के स्टीकर लगाकर बाइक चलाते हैं। भ्0 रुपए में मिलने वाला रजिस्ट्रेशन नंबर का स्टीकर आसानी से उखड़ जाता है। वारदात के दौरान नंबर पहचानकर यदि किसी ने पुलिस को बता दिया तो वाहनों की चेकिंग शुरू हो जाती है। इसलिए घटना के तुरंत बाद ही स्टीकर निकालकर दूसरे नंबर पर बाइक लेकर बदमाश घूमते रहते हैं। सघन वाहन चेकिंग के दौरान भी वह आसानी से बच निकलते हैं। इसलिए पुलिस उनको आसानी से नहीं पकड़ पाती। बदमाशों ने पुलिस को बताया कि नंबर प्लेट बनाने वाले महज भ्0 रुपए में स्टीकर चिपका देते हेैं। मामला सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने नंबर प्लेट की चेकिंग का अभियान शुरू कराया।

पुलिस दुरुस्त कराएगी नंबर प्लेट, दुकानदारों पर होगा एक्शन

शहर में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की रफ्तार काफी सुस्त है। इसका बेजा फायदा दुकानदारों की मदद से बदमाश उठा रहे हैं। शाहपुर में पकड़े गए लुटेरों से पूछताछ में मामला सामने आने पर पुलिस हरकत में आई है। शहर में रोजाना वाहन चेकिंग के दौरान नंबर प्लेट गलत होने पर सिर्फ चालान नहीं काटा जाएगा। बल्कि नंबर प्लेट को मौके पर दुरुस्त कराया जाएगा। इसमें आने वाले खर्च की भरपाई व्हीकल आनर को करनी पड़ेगी। साथ ही नंबर प्लेट लगाने वाले दुकानदारों की नियमित चेकिंग कराई जाएगी। ताकि स्टीकर वाले फर्जी नंबर प्लेट के खेल पर रोक लग सके। इसके अलावा वाहनों पर पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, सांसद, विधायक, पार्टी का नाम, संगठन, पद लिखे होने पर भी जांच की जाएगी। यह भी पता चला है कि तमाम लोग फर्जी तरीके से दूसरे के नाम का बोर्ड-स्टीकर लगाकर चलते हैं।

नंबर प्लेट के लिए तय हैं मानक

प्राइवेट वाहनों के लिए सफेद सतह पर काले रंग से नंबर लिखे जाने चाहिए। सभी दोपहिया और थ्री व्हीलर वाहनों पर लिखे जाने वाले नंबरों की ऊंचाई फ्भ् एमएम, मोटाई 7 एमएम होनी चाहिए। उनके बीच भ् एमएम का अंतर होना चाहिए। सभी नंबर सीधे लेटर्स और अंकों में होने चाहिए। उन्हें लिखने में कोई कलाकारी नहीं की जानी चाहिए। 70 सीसी क्षमता के इंजन की बाइक के नंबर प्लेट पर अक्षर एवं नंबर की उंचाई क्भ् एमएम, मोटाई एवं अंतर ख्.भ् एमएम होना चाहिए। फोर व्हीलर पर आगे और पीछे के नंबर प्लेट पर अक्षर एवं नंबर की उंचाई म्भ् एमएम, मोटाई क्0 एमएम एवं अंतर भी क्0 एमएम होना चाहिए। स्टाईलिश नंबर प्लेट लगाना पूरी तरह से गलत है।

गलत नंबर का ऐसे उठाते फायदा

- वाहनों के नंबर प्लेट बनाए जाने का मानक तय है।

- रंग-बिरंगी स्टाईलिश नंबर पर को आसानी से पढ़ा नहीं जा सकता है।

- हिंदी के अक्षरों में लिखे नंबर पढ़ने में दिक्कत आती है। कन्फयूजन होता है।

- एक नंबर प्लेट पर स्टीकर वाले कई नंबर चिपकाकर बदमाश चलते हैं। चेकिंग में बदलते जाते हैं।

- किसी पार्टी या संगठन का झंडा, कलर होने पर पुलिस भी चेकिंग के दौरान रोकथाम से बचती है।

वर्जन

स्टाइलिस नंबर प्लेट का इस्तेमाल करने वालों के लिए पूर्व में भी कार्रवाई की गई है। चेकिंग के दौरान गलत नंबर प्लेट होने पर चालान काटा जाता है। पुलिस कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि नंबर प्लेट मानक के विपरीत होने पर तत्काल उसे दुरुस्त कराएं। स्टीकर लगे होने पर उसकी बारीकी से जांच की जाएं। गुरुवार से शहर में अभियान शुरू किया गया है। चेकिंग के दौरान मौके पर ही नंबर प्लेट दुरुस्त कराया जाएगा।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी