RANCHI: शनिवार की सुबह मेन रोड में चर्चित दुकान पंजाब स्वीट हाउस के पास स्थित ब्लॉसम गिफ्ट सेंटर में आग लग गई, जिस पर काबू पाते और हालात सामान्य होते-होते शाम हो गयी। वहीं, देर शाम बहु बाजार स्थित रिलायंस फ्रेश वाली बिल्डिंग के फोर्थ फ्लोर पर भयंकर आग लग गई। दोनों आग लगने वाली जगह करीब 60 फीट चौड़ी सड़क के किनारे स्थित हैं। सड़क किनारे लगी इस आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड की चार से अधिक गाडि़यों को घंटो लग गए। जरा सोचिए, अगर जमीन से 70 फीट ऊपर रूफटॉप रेस्टोरेंट्स में आग लग गयी तो हालात क्या होंगे। जिन भवनों में यह रूफटॉप रेस्टोरेंट्स चलाए जा रहे हैं वहां 300 से ज्यादा लोगों के मौजूद रहने की व्यवस्था है। ऐसे में आग से निपटना और लोगों की जान बचा पाना कितना संभव हो पाएगा। रांची के लोगों की जान दांव पर लगाकर रूफटॉप रेस्टोरेंट्स के संचालक अपने करोड़ों के धंधे को सुचारू रूप से चला रहे हैं और इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। नगर निगम की चुप्पी कहें या मैनेज का खेल अधिकारी अब इन संचालकों को ही बचाने के जुगाड़ में लग गए हैं। लोगों की जान भारी खतरे में है। जो लोग अपने परिवार के साथ इन रूफटॉप रेस्टोरेंट में आनंद के क्षण गुजारने जाते हैं उनके और पूरे परिवार पर बड़े हादसे का खतरा मंडरा रहा है। इतना ही नहीं, जिन बड़ी इमारतों कीछतों पर यह जमघट लगता है वो पूरा भवन ही खतरे में है। अगर हल्की सी चिंगारी भी निकली तो पूरा भवन भयंकर आग की चपेट में आ जाएगा।

फायर सेफ्टी एनओसी में खेल

गंभीर मामला यह है कि जिन भवनों में ये रूफटॉप रेस्टोरेंट्स का संचालन किया जा रहा है, उन भवनों का नक्शा नगर निगम से पास कराने के लिए फायर सेफ्टी की एनओसी भी ली जाती है। लेकिन, इन भवनों की फायर सेफ्टी एनओसी में छत का कोई जिक्र नहीं होता। छत के कामर्शियल यूज को लेकर भी कोई जानकारी नहीं होती, जबकि एक रेस्टोरेंट संचालन के लिए पर्सनल फायर सेफ्टी एनओसी लेना बेहद जरूरी है।

हवा में बिजली के नंगे तार

शहर में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम भी चल रहा है जो पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में कई भवनों के ऊपर से बिजली के नंगे तार भी गुजरे हैं। इन गगनचुंबी इमारतों की छतों पर अगर शार्ट सर्किट, तार गिरने या चलाए जा रहे रेस्टोरेंट में चूल्हा और तंदूर से आग लगी तो यकीन मानिए मंजर बड़ा भयानक होगा।

जमीन से 80 फीट ऊपर शराब व संगीत

कई भवनों की हाइट करीब 70 से 80 फीट से ज्यादा है, जिनकी छत पर शराब और संगीत की मुकम्मल व्यवस्था है। शहर के हाईप्रोफाइल लोगों के मनोरेंजन की पूरी व्यव्सथा की गयी है, जिनसे उन्हीं लोगों की जान को दांव पर लगाकर करोड़ों की कमाई की जा रही है। शराब के नशे में कभी भी 80 फीट ऊपर बड़ा हादसा हो सकता है।

मैंने रेस्टोरेंट संबंधी जरूरी परमिशन जैसे ट्रेड लाइसेंस, बार लाइसेंस आदि ले ली है। रूफटॉप से संबंधित विशेष प्रावधान की जानकारी नहीं है।

विकास धानुका, प्राणा, हरमू रोड

छत पर चलने वाले ये रेस्टोरेंट या ओपन किचन पूरी तरह अवैध हैं। इनकी क्लियरेंस नहीं दी गयी है। हाईराइज बिल्डिंग में आग लगने से हाइड्रोलिक प्लेटफार्म का इस्तेमाल हो सकता है, जो पूरे झारखंड में मात्र एक है। ऐसे में 70 फीट ऊपर इन भवनों में लगने वाली आग काफी भयावह हो सकती है।

बंधु उरांव, स्टेट फायर ऑफिसर, झारखंड