वेडनसडे को परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने 5 शिशुओं को वैक्सीन पिलाकर की शुरुआत

देहरादून,

राज्य में रोटा वायरस वैक्सीन अब रूटीन इम्यूनाइजेशन में शामिल हो गई है। ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का 13वां राज्य बन गया है। गवर्नमेंट हॉस्पिटल में ये वैक्सीन बाकी टीकों की तरह नौनिहालों को निशुल्क दी जाएगी। वेडनसडे को परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने 5 शिशुओं को वैक्सीन पिलाकर इसकी औपचारिक शुरुआत की। उन्होंने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत राज्य स्तरीय अभियान का भी शुभारम्भ किया।

बड़ी उपलब्धि बताया

ननूरखेड़ा स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में परिवहन मंत्री ने कहा कि रोटा वायरस के कारण बच्चों में डायरिया की बीमारी हो जाती है, जिससे बच्चों में कुपोषण, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी और कई बच्चों की मौत भी हो जाती है। आर्थिक रूप से कमजोर किसी परिवार के लिए उपचार का खर्च उठाना भी आसान नहीं होता। ऐसे में वैक्सीन नि शुल्क उपलब्ध कराना एक अहम कदम है। रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने रोटा वायरस वैक्सीन के लिए सभी बच्चों तक यह सुविधा पहुंचाए जाने पर जोर दिया। विधायक ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को अनिवार्य रूप से स्कूल भेजने की अपील अभिवावकों से की। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ। आरके पांडेय ने बताया कि राज्य में अनुमानित 1,83,008 बच्चों को रोटा वायरस वैक्सीन दी जाएगी।

कृमि मुक्ति की दवा आठ को

एनएचएम के मिशन निदेशक युगल किशोर पंत ने बताया कि राज्य के लगभग 43 लाख बच्चों को कृमि मुक्ति की दवा आठ अगस्त को दी जाएगी। पंत ने कहा कि सभी एल्बेंडाजोल की टैबलेट स्वयं खाने के लिए दी गई। जो इस बात का सूचक है कि एल्बेंडाजोल पूर्ण रूप से सुरक्षित है और इसका कोई भी दुष्प्रभाव नहीं है।