-पहले राउंड से भाजपा ने ले ली थी बढ़त, फिर भी सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बंधी रही आस
- बीस राउंड के बाद विपक्षी पार्टियों ने छोड़ दी थी उम्मीद
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PRAYAGRAJ: वोटिंग कम हुई थी इसलिए सभी पार्टियों को जीत की आस थी. उन्हें लगा कि आपस में जमकर फाइट होगी. हार-जीत का अंतर भी कम होगा. कुल मिलाकर सभी को अपनी जीत का भरोसा था. हुआ भी यही. गुरुवार को काउंटिंग शुरू होने के बाद राउंड दर राउंड भाजपा, सपा-बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की सांसें चढ़ती-उतरती रहीं. शुरुआती चक्रों के बाद सभी को लगा था कि अब उन्हें बढ़त मिल जाएगी और वह फाइट में आ जाएंगे.
फूलपुर में हुआ जोरदार आगाज
गुरुवार सुबह काउंटिंग शुरू होने के बाद फूलपुर सीट पर भाजपा और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर रही. पहले ही राउंड में दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच अधिक अंतर नहीं था. भाजपा की केशरी देवी पटेल और महागठबंधन के पंधारी यादव के बीच महज पांच हजार वोट का फासला था. पांचवें राउंड में दोनों के बीच थोड़ी सी दूरी और बढ़ी. फिर भी अगले राउंड में जीतने की आस थी. तीनों लीडिंग पार्टियों के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने अंतिम राउंड तक उम्मीद नहीं छोड़ी.
राउंड वन
भाजपा- 17619
महागठबंधन- 12710
कांग्रेस- 637
राउंड फाइव
भाजपा- 71772
महागठबंधन- 42967
कांग्रेस- 3259
राउंड 12
भाजपा- 213681
महागठबंधन- 142137
कांग्रेस- 10668
राउंड 16
भाजपा- 285332
महाबंठबंधन- 191689
कांग्रेस- 14889
राउंड 24
भाजपा- 427300
महागठबंधन- 282196
कांग्रेस- 24686
राउंड 28
भाजपा- 490658
महागठबंधन- 331854
कांग्रेस- 30019
शायद किस्मत दे जाए साथ
कुछ ऐसा ही हाल इलाहाबाद लोकसभा सीट का रहा. यहां भाजपा की रीता जोशी पहले राउंड से बढ़त पर थी लेकिन महागठ़बंधन और कांग्रे्रस ने हार नहीं मानी. यहां भी अंतर अधिक था. फिर भी राउंड दर राउंड उम्मीद बनी हुई थी. रही-सही कसर करछना और इलाहाबाद दक्षिण ने पूरी कर दी. यहां पर भाजपा को अधिक वोट मिले.
राउंड- वन
भाजपा- 18093
महागठबंधन- 9949
कांग्रेस- 928
राउंड फाइव
भाजपा- 93965
महागठबंधन- 52658
कांग्रेस- 5300
राउंड 10
भाजपा- 176887
महागठबंधन- 112411
कांग्रेस- 11134
राउंड 15
भाजपा- 267055
महागठबंधन- 170813
कांग्रेस- 16876
राउंड 20
भाजपा- 355536
महागठबंधन- 229312
कांग्रेस- 22893
राउंड 29
भाजपा- 491574
महागठबंधन- 308669
कांग्रेस- 31760
यहां भी नहीं हुआ चमत्कार
काउंटिंग पूरी होने के बाद विरोधी पार्टियों के मन में आस बंधी थी .उन्हें उम्मीद थी कि वीवीपैट के प्रत्येक विधानसभा के पांच-पांच बूथों की पर्चियों के मिलान में शायद कोई गड़बड़ी सामने आ जाए. उनके सामने दोनों सीटों के आरओ ने वीवीपैट की पर्ची की मिलान किया. लेकिन सबकुछ सही निकला. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दलों की मांग पर पांच-पांच बूथों पर मिलान का आदेश दिया था.