-कानपुर सेंट्रल की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए आरपीएफ तैयार करेगी खुद की बम स्क्वॉयड टीम

-स्टेशन और ट्रेनों में आए दिन बम की अफवाहों से निपटने में मिलेगी मदद, तुरंत एक्शन में आएगी टीम

KANPUR। रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए आरपीएफ अपनी बम स्क्वॉयड टीम तैयार करेगी। रेलवे बोर्ड ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन समेत सभी ए-1 श्रेणी के स्टेशनों पर बम डिस्पोजल यूनिट स्थापित करने का निर्देश दिया है। इसकी पहल एनईआर जोन के दो स्टेशनों से कर भी दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, इसी महीने के अंत तक कानपुर सेंट्रल पर भी बम स्क्वॉयड टीम तैनात कर दी जाएगी।

अफवाहों से परेशान आरपीएफ

सेंट्रल स्टेशन और किसी ट्रेन को बम से उड़ाने की अफवाहें आए दिन फैलती हैं। फोन पर भी धमकियां दी जाती हैं। मामला हजारों यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा होने के चलते आरपीएफ को सिविल पुलिस की बम स्क्वॉयड टीम को बुलाना पड़ता है। जिसमें काफी समय भी लग जाता है। आरपीएफ के पास अपना बम स्क्वॉयड होने से वह तत्काल चेकिंग शुरू कर सकते हैं। साथ ही यात्रियों के बीच पैनिक क्रिएट होने से बचा सकते हैं।

टीम सेलेक्ट कर एक्सपर्ट देंगे ट्रेनिंग

एनसीआर जोन के आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक जोन के सभी ए-1 श्रेणी के स्टेशनों में तैनात आरपीएफ जवानों से युवा जवानों की टीम का चयन किया जाएगा। जिनको इलाहाबाद में बम डिस्पोजल एक्सपर्ट से ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बड़े स्टेशनों में आरपीएफ के पास स्वयं की बम स्क्वॉयड टीम होने से सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने में आरपीएफ को काफी आसानी होगी।

तीन स्टेशनों में टीम तैनात

एनईआर सीपीआरओ संजय यादव ने बताया कि रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार जोन के तीन ए-1 श्रेणी के स्टेशनों पर बम स्क्वॉयड टीम को स्थापित कर दिया गया। एनसीआर जोन के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल ने बताया कि कानपुर सेंट्रल स्टेशन समेत एनसीआर जोन के सभी ए-1 श्रेणी के स्टेशनों पर आरपीएफ का बम स्क्वॉयड टीम को तैनात करने की प्लानिंग की जा रही है।

अभी स्टेशन पर यह है सुरक्षा के इंतजाम

2 लगेज स्कैनर

110 सीसीटीवी कैमरे

30 हैंड हेल्ड एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डिवाइस

4 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर

1 डॉग स्क्वॉयड टीम

लाखों यात्रियों को मिलेगी राहत

रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर प्रतिदिन 3 लाख से अधिक यात्रियों का आवागमन है। साथ ही 389 से अधिक ट्रेनों का आवागमन होता है। आए दिन यहां फोन पर ट्रेन व स्टेशन को बम से उड़ाने की कॉल आती हैं। हालांकि, इनमें ज्यादातर कॉल्स फर्जी होती हैं। जो स्टाफ को परेशान करने और पैनिक क्रिएट करने के लिए की जाती हैं। लेकिन, किसी भी कॉल को हल्के में न लेकर तत्काल अलर्ट जारी कर लोकल पुलिस की मदद से सेंट्रल और ट्रेन का कोना-कोना खंगाला जाता है। कई बार बम स्क्वॉयड पहुंचने में काफी देर हो जाती है। इसके चलते रेलवे बोर्ड ने सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करते हुए आरपीएफ को बम स्क्वॉयड टीम बनाने के निर्देश दिए हैं।

कोट

रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए यह निर्णय लिया है। कानपुर समेत ए-1 श्रेणी के सभी स्टेशनों में आरपीएफ की बम स्क्वॉयड टीम स्थापित की जाएगी।

गौरव कृष्ण बंसल, सीपीआरओ, एनसीआर