-हजरतगंज पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

-आरटीआई एक्टिविस्ट बना रहा था काम के लिये दबाव

LUCKNOW: गुरुवार दोपहर आरटीआई एक्टिविस्ट ने राज्य सूचना आयुक्त के कार्यालय में शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर पहुंचे सब इंस्पेक्टर ने जब उसे बाहर करने की कोशिश की तो वह उनसे भी उलझ गया और उन्हें धमकाने लगा। आखिरकार पुलिसकर्मियों ने बवाल पर आमादा आरोपी को बाहर निकाला। देरशाम भुक्तभोगी सब इंस्पेक्टर ने हजरतगंज कोतवाली में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।

काम के लिये बना रहा था दबाव

सूचना आयोग में गुरुवार दोपहर राज्य सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट अपने कमरे में कामकाज निबटा रहे थे। इसी दौरान चिनहट के गणेशपुर, रहमानपुर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट अशोक कुमार गोयल वहां आ पहुंचा। उसने उनके कमरे में किसी काम को जल्द करने के लिये शोर मचाना शुरू कर दिया। कमरे से निकल रहे शोर को सुनकर बाहर तैनात सब इंस्पेक्टर कमलाकांत त्रिपाठी अन्य पुलिसकर्मियों के साथ भीतर पहुंचे। एसआई त्रिपाठी के मुताबिक, जब उन लोगों ने उसे बाहर निकलने को कहा, तो वह भड़क उठा और उसने पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज व जानमाल की धमकी देने लगा। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह उसे कमरे से बाहर किया। इसके बाद वह कार्यालय से पुलिसकर्मियों को अंजाम भुगतने की धमकी देते हुए वहां से चला गया। देरशाम एसआई कमलाकांत त्रिपाठी ने हजरतगंज कोतवाली में आरोपी अशोक कुमार गोयल के खिलाफ सरकारी कार्य का विरोध, गालीगलौज, जानमाल की धमकी और 7 सीएलए के तहत एफआईआर दर्ज करा दी।