i smart initiative

-शहर में पार्किंग के बिगड़ते हालात को लेकर सख्त हुआ प्रशासन

-स्कूल, कोचिंग और हॉस्पिटल्स को पार्किंग इंतजाम का फरमान

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प्लान की खास बातें

07 दिन के भीतर आरटीओ और स्कूलों में रजिस्टर्ड स्कूली वाहनों को संबंधित स्कूलों के परिसर में ही खड़ा करने की व्यवस्था करनी होगी।

45 मिनट के अंतराल पर बच्चों को छोड़ना होगा अगर 3000 बच्चों की क्षमता वाला स्कूल है।

30 मिनट का अंतराल दिया गया है 3000 से कम स्टूडेंट्स वाले स्कूलों को

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-05 अगस्त से ट्रैफिक पुलिस व आरटीओ अधिकारियों की संयुक्त टीम द्वारा पूरे शहर में व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।

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PRAYAGRAJ: शहर को जाम के झाम से बचाने के लिए हुक्मरानों ने नया प्लान तैयार किया है। इसके मुताबिक छुट्टी होने के बाद स्कूल के सभी बच्चे एक साथ नहीं छोड़े जाएंगे। बल्कि संख्या के हिसाब से 45 या 30 मिनट के अंतराल पर टुकड़ों-टुकड़ों में इन बच्चों को छोड़ना होगा। इस व्यवस्था के पालन के लिए स्कूलों को सात दिनों की मोहलत दी गई है। इसके अलावा स्कूलों, कोचिंग और हॉस्पिटल्स को पार्किंग के लिए भी हिदायत दी गई है।

वाहन होंगे सीज, रद होगा रजिस्ट्रेशन

ट्रैफिक जाम से हर कोई परेशान है। इससे निजात दिलाने के लिए प्लान बनाया गया है। इसके तहत स्कूलों को बता दिया गया है कि उन्हें अपने सभी बच्चों को तीन शिफ्ट में छोड़ना होगा। 3000 स्टूडेंट्स की स्ट्रेंथ वाले स्कूलों को 45-45 मिनट का और 3000 से कम स्ट्रेंथ वाले बच्चों को 30-30 मिनट का टाइम गैप दिया गया है।

हॉस्पिटल्स-कोचिंग भी सुधर जाएं

इसी तरह हॉस्पिटल्स और कोचिंग सेंटर्स के लिए भी बेहतर पार्किंग का फरमान सुना दिया गया है। इनके बाहर बेतरतीबी से खड़े दोपहिया व चार पहिया वाहनों के खिलाफ आरटीओ व ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त कार्रवाई आठवें दिन से शुरू की जाएगी। एआरटीओ सेकंड भूपेश गुप्ता के मुताबिक आदेश का पालन न होने पर तय समय सीमा के बाद जहां भी सड़क पर वाहन खड़े मिलेंगे उन्हें सीज करके रजिस्ट्रेशन रद कर दिया जाएगा।

वर्जन

शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए डीएम का निर्देश प्राप्त हो चुका है। इसके लिए सात दिन की मोहलत दी गई है ताकि स्कूल, हॉस्पिटल और कोचिंग संचालक पार्किंग की व्यवस्था बना लें। इसके बाद सड़क पर वाहन खड़ा मिला तो कार्रवाई कर वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। सियाराम वर्मा, एआरटीओ प्रशासन