बरेली : जिन छात्रों ने बगैर एंट्रेंस दिए निजी कॉलेजों के एलएलबी में दाखिला लिया था, उन्हें यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बड़ी राहत दी है। थर्सडे को आरयू एडमिनिस्ट्रेशन ने लॉ में एंट्रेंस के अपने ही नियम में अनिवार्यता की कंडीशन से पीछे हटते हुए प्रवेश पर सहमति जता दी। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए 25 नवंबर तक एलएलबी में सीधे प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स को छूट देकर विवादों से पीछा छुड़ा लिया है।

 

मई में हुआ था एंट्रेंस

बरेली-मुरादाबाद मंडल में आरयू से अफिलिएटेड 32 लॉ कॉलेज हैं। इसमें एंट्रेंस से प्रवेश मिलता है। चालू शैक्षिक सत्र के लिए गत चौदह मई को एलएलबी में एंट्रेंस हुआ, तब से अक्टूबर के अंत तक आरयू एडेड-बरेली कॉलेज और केजीके कॉलेज मुरादाबाद की प्रवेश प्रक्रिया में लगा रहा। निजी कॉलेजों से कहा गया कि एडेड में प्रवेश के बाद वे एडमिशन करेंगे। महीनों इंतजार के बाद हारकर कुछ निजी कॉलेजों ने प्रवेश लेने शुरू कर दिए। इसमें ऐसे छात्रों का भी दाखिला कर लिया, जो एंट्रेंस में शामिल नहीं हुए थे। अब परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे हैं, इसलिए कॉलेजों ने विवि के सामने सीधे प्रवेश वालों को अनुमति देने का मुद्दा रखा।

 

ट्यूजडे को कॉलेजेज ने आरयू के एंट्रेंस सिस्टम पर कुलपति के समक्ष विरोध भी जताया था। थर्सडे को आरयू ने प्रवेश समिति की बैठक बुलाई और कॉलेजों को इसी सत्र के लिए सीधे प्रवेश की मोहलत दी है। हालांकि 25 नवंबर तक कौन स्टूडेंट एंट्रेस से वंचित रहा होगा? ये प्रश्न इसलिए भी बनता है, क्योंकि दिसंबर में लॉ के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा कराने की तैयारी चल रही है।

 

ये हुआ फैसला

सिर्फ निजी लॉ कॉलेज ही एलएलबी तीन वर्षीय कोर्स में प्रवेश के लिए नए सिरे से विज्ञापन निकालकर छात्रों के आवेदन लेंगे। मेरिट बनाकर 25 नवंबर तक उनका प्रवेश करेंगे। प्रवेश आवेदन और दाखिला लेने वाले छात्रों की सूची इसी दिन आरयू को उपलब्ध कराएंगे।

 

एमएससी पर्यावरण के 13 प्रवेश रद

बरेली : आरयू एडमिनिस्ट्रेशन ने बरेली कॉलेज के एमएससी पर्यावरण विज्ञान के करीब 13 छात्र-छात्राओं के दाखिले निरस्त कर दिए हैं। स्पष्ट किया कि विवि की प्रवेश नियमावली को दरकिनार कर लिए गए एडमिशन अवैध होंगे।

 

बीसीबी में हुए तीन प्रवेश

एमएससी में दाखिले को विवि एंट्रेंस कराता है। बरेली कॉलेज के एमएससी पर्यावरण कोर्स में अबकी काउंसलिंग से महज तीन ही प्रवेश हुए थे। इसलिए विभाग ने बिना एंट्रेंस देने वाले 13 छात्रों को भी दाखिला दे दिया। हालांकि विभाग की ओर से विवि को इससे अवगत भी कराया गया। गुरुवार को ये मुद्दा परीक्षा समिति में पहुंचा तो सीधे लिए गए सभी 13 प्रवेश तत्काल रद कर दिए गए। इस पर बरेली कॉलेज के प्राचार्य डॉ। अजय शर्मा ने कहा कि इस संबंध में सोमवार को कुलपति से मिलेंगे, क्योंकि निजी कॉलेजों को राहत देकर बरेली कॉलेज पर ही कार्रवाई, ये ठीक नहीं है।

 

डिग्रीधारक कर सकेंगे प्रोफेशनल कोर्स

आरयू की प्रवेश समिति ने जनरल ग्रेजुएन कोर्स कर चुके कैंडिडेट्स को दोबारा प्रोफेशनल कोर्सेज में ग्रेजुएशन करने की छूट दे दी है। मसलन, बीएससी पास आउट छात्रा अब बीएससी नर्सिग कोर्स कर सकेंगी। बीकॉम के डिग्रीधारक छात्र बीबीए कर सकेंगे। अभी तक संस्थागत स्नातक कोर्स करने वाले छात्रों को दोबारा स्नातक में प्रवेश नहीं मिलता था।

 

एजेंडा बनाकर मुझे दिखाएं

परीक्षा समिति के एजेंडा के दूसरे नंबर पर एक छात्रा के प्रवेश का मसला रखा गया था। इस पर कुलपति खफा हुए। बोले, अहम मुद्दों को अंत में रखा गया है। अगली बार एजेंडा बनाकर मुझे दिखाया जाय। उसके बाद ही समितियों में उसे रखें।